नई दिल्लीः हिंदू कैलेंडर के दूसरे माह वैशाख की शुरूआत 07 अप्रैल 2023 (शुक्रवार) से हो रही है। 06 अप्रैल को पूर्णिमा तिथि पर चैत्र माह का समापन हो रहा है। वैशाख माह का समापन 05 मई 2023 (शुक्रवार) को होगा। हिंदू मान्यताओं में वैशाख माह का विशेष महत्व है। इस माह भगवान विष्णु की आराधना का विधान है। वैशाख में भगवान श्रीहरि की उपासना करने से साधक को सुख-समृद्धि, वैभव और यश की प्राप्ति होती है। वैशाख माह में गंगा स्नान करना भी शुभ फलदायी माना गया है। स्कंद पुराण में वैशाख माह को ‘माधव मास’ कहा गया है। इस माह संयम, अहिंसा, अध्यात्म और जनसेवा करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। इस माह अक्षय तृतीया, सीता नवमी, कालाष्टमी, बरूथिनी एकादशी समेत कई महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार पड़ रहे है। आइए जानते हैं वैशाख माह में पड़ने वाले व्रत और त्यौहारों की पूरी सूची।
वैशाख माह का महत्व
न माधवसमो मासो न कृतेन युगं समम्।
न च वेदसमं शास्त्रं न तीर्थं गंङ्गया समम्।।
इस श्लोक में कहा गया है कि वैशाख के समान कोई माह नहीं है, सत्ययुग के समान कोई युग नहीं है, वेद के समान को शास्त्र नहीं है और गंगाजी के समान कोई तीर्थ नहीं है। वैशाख को ब्रह्माजी ने सब मासों में उत्तम बताया है। पुराणों के मुताबिक वैशाख मास माता की तरह सब जीवों की मनचाही इच्छाओं को पूरा करने वाला माना जाता है।
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वैशाख माह के व्रत और त्योहार
09 अप्रैल, रविवार- संकष्टी चतुर्थी व्रत
13 अप्रैल, गुरुवार- कालाष्टमी
14 अप्रैल, शुक्रवार- बैसाखी, मासिक कृष्ण जन्माष्टमी
16 अप्रैल, रविवार- बरूथिनी एकादशी व्रत
17 अप्रैल, सोमवार- मासिक प्रदोष व्रत
18 अप्रैल, मंगलवार- मासिक शिवरात्रि
20 अप्रैल, गुरुवार- सूर्य ग्रहण
22 अप्रैल, शनिवार- अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती
23 अप्रैल, रविवार- विनायक चतुर्थी व्रत, शंकराचार्य जयंती
27 अप्रैल, गुरुवार- गंगा सप्तमी
28 अप्रैल, शुक्रवार- माता बगलामुखी जयंती
29 अप्रैल, शनिवार- सीता नवमी
01 मई, सोमवार- मोहिनी एकादशी
04 मई, मंगलवार- नरसिंह जयंती
05 मई, शुक्रवार- बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख पूर्णिमा व्रत।
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