कासगंजः चित्रकूट की रगौली जेल में मनी लांड्रिंग केस में बंद अब्बास अंसारी को कड़ी सुरक्षा में बीच बुधवार को पुलिस कासगंज के पचलाना जिला कारागार लेकर पहुंची। यहां पहुंचने पर उनका मेडिकल परीक्षण किया गया। इसके बाद उन्हें हाई सिक्योरिटी बैरक में रखते हुए निगरानी की जा रही है। चित्रकूट की रगौली जेल में बीते दिनों छापा मारकर एसपी वृंदा शुक्ला और डीएम ने अब्बास अंसारी को प्राइवेट कमरे में पत्नी निकहत के साथ पकड़ा था। जांच के दौरान यह भी पाया कि जेल प्रशासन की मिलीभगत से निकहत अपने पति से मिलने आयी थी। जेल विजिटर रजिस्टर में मिलाई के बारे में कोई भी जानकारी नहीं दर्ज की गई थी।
एसपी ने निकहत बानो अंसारी के पास सऊदी अरब की मुद्रा 12 रियाल बरामद की थी। पूछताछ में पहले तो निकहत ने गुमराह करने की कोशिश की और संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई। पुलिस का दावा है कि निकहत अपने पति को फरार करने की साजिश रच रही थी। निकहत की गिरफ्तारी के बाद एसपी ने जेल प्रशासन के कारनामे को शासन से अवगत कराया था। शासन ने सख्त रुख अपनाते हुए जेल सुपरिटेंडेन्ट अशोक सागर को निलम्बित कर दिया। इसके बाद सुरक्षा कारणों से अब्बास अंसारी की जेल बदलने का निर्णय शासन स्तर पर लिया गया। प्रकरण में जेल प्रशासन की कार्यशैली को देखते हुए जेलर संतोष पाण्डेय, डिप्टी जेलर पीयूष पाण्डेय समेत पांच जेल वार्डन को निलम्बित कर दिया गया।
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उन्नाव के जेलर राजीव कुमार सिंह ने जेल का कार्यभार संभाला। शासन के निर्देश के बाद बुधवार को चित्रकूट पुलिस ने बुधवार की सुबह कड़ी सुरक्षा में लेकरअब्बास को लेकर कासगंज के लिए रवाना हुई। दोपहर दो बजे के आसपास अब्बास अंसारी को कासगंज की जेल पहुंचे। कासगंज जेल पुलिस के प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, सबसे पहले अब्बास का मेडिकल परीक्षण कराया गया। इसके बाद उन्हें हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया। बैरक में लगे सीसीटीवी कैमरों से अब्बास की हर हरकत पर नजर रखी जाएगी।
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