Sunday, October 20, 2024
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Homeउत्तराखंडशीतकालीन पौधों को बढ़ावा दे रही सरकार, निशुल्क पौधे ले सकेंगे किसान

शीतकालीन पौधों को बढ़ावा दे रही सरकार, निशुल्क पौधे ले सकेंगे किसान

देहरादून: राज्य में शीतकालीन सेब, आडू, प्लम, नाशपाती, अखरोट, कीवी सहित प्रजातियों के पौधे निशुल्क वितरित किए जाएंगे। राजकीय उद्यानों में वर्तमान में 2.60 लाख पौधे उपलब्ध हैं। प्रदेश में पहली बार शीतकालीन पौधों का निशुल्क वितरण किया जा रहा है। इस संबंध में शासनादेश जारी किया जा चुका है। राज्य के समस्त कृषक या बागवान के साथ इच्छुक व्यक्ति अपने प्रक्षेत्र पर फलदार पौधों के रोपण के लिए अपने जनपद में स्थापित उद्यान सचल दल केन्द्र/मुख्य उद्यान अधिकारी कार्यालय से सम्पर्क कर निःशुल्क फल पौध प्राप्त कर रोपण कर सकते हैं।

कृषि और कृषक कल्याण उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि राज्य में स्थापित 93 राजकीय उद्यानों या पौधालयों में मौसम वर्षाकालीन एवं शीतकालीन में विभिन्न प्रकार की फल पौध रोपण सामग्री उत्पादित की जाती है। राजकीय उद्यानों में शीतकाल में मुख्य रूप से सेब, खुमानी,आडू, प्लम, नाशपाती, अखरोट, कीवी आदि प्रजातियों के पौधे तैयार किये जाते हैं। इस वर्ष शीतकालीन में लगभग 2.60 लाख फल पौधे राजकीय उद्यानों में उपलब्ध हैं, जिनका वितरण प्रदेशभर में निशुल्क किया जाऐगा।

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मंत्री ने कहा कि पिछले दिनों हमने आम नागरिकों और औद्योनिक क्षेत्र में कार्य कर रहे कृषकों के साथ चर्चा कर प्रदेश में बागवानी फसलों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए अहम निर्णय लिये। जहां पहले सिर्फ कुछ ही वैरायटी के लिए परमिशन दी जाती थी, वहीं अब एम-7, एम-9, एमएम-106 एवं एमएम-111, सीडलिंग रुट स्टाक में से जो भी बागवान को ठीक लगे, उसे वह अपने बगीचे में लगा सकता है। इस संबंध में शासन 16 जनवरी को शासनादेश निर्गत किया चुका है।

इन जिलों में उपलब्ध पौधे-

अल्मोड़ा में 76 हजार, बागेश्वर में 7 हजार, पिथौरागढ़ में 18 हजार, चम्पावत में 14 हजार, नैनीताल में 25 हजार, चमोली में 10 हजार, पौड़ी में 15 हजार, कोटद्वार में 9 हजार, उत्तरकाशी में 51 हजार, टिहरी में 10 हजार और देहरादून 7 हजार पौधे राजकीय पौधालयों में शीतकालीन फल उपलब्ध हैं।

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