बर्दवान: आलू की खेती शुरू होते ही पूर्व बर्दवान जिले के किसानों ने खाद की कालाबाजारी का आरोप लगाया है। किसानों का कहना है कि मांग को देखते हुए हुए बेईमान व्यापारी किसानों को कई कृत्रिम ऑफर दे रहे हैं जिसके कारण जिससे किसानों को निर्धारित मूल्य से काफी अधिक कीमत पर खाद खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ऑफर के अनुसार खाद नहीं लेने पर बेईमान व्यवसायी खाद नहीं बेच रहे हैं। हालांकि जिला प्रशासन का दावा है कि उर्वरकों की कालाबाजारी न हो इसके लिए अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।
ये भी पढ़ें..जर्जर सड़कों के विरोध में भाजयुमो का प्रदर्शन, सड़क का नाम रखा स्वीमिंग पूल
उल्लेखनीय है कि सर्दी पड़ते ही पूर्व बर्दवान जिले में आलू की खेती शुरू हो जाती है। इस मौसम में जलदि जाती के पुखराज आलू की खेती शुरू हो गई है। उसके बाद ज्योति और चंद्रमुखी आलू की खेती भी शुरू हो जाएगी। इस समय बाजार में उर्वरकों की मांग बहुत अधिक है। कथित तौर पर इस मौके पर व्यापारियों के एक वर्ग ने खाद की कालाबाजारी शुरू कर दी है। किसानों खाद को ऊंचे दाम पर खरीदना पड़ रहा है।
जिले के उप कृषि निदेशक आशीष बरुई ने कहा कि उर्वरकों के ऊंचे दाम वसूलना उचित नहीं है। इसके अलावा, बाजार में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है। कृषि विभाग ने उन प्रखंडों में जागरूकता अभियान चलाया है जहां आलू उगाए जाते हैं। मिलावटी या नकली उर्वरकों की बिक्री को रोकने के लिए निगरानी की जा रही है। जिले में हाल ही में इस धंधे में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)