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पणजी: गोवा के अभिलेखागार और पुरातत्व मंत्री सुभाष फलदेसाई ने सोमवार को कहा कि उनका विभाग पुराने दस्तावेजों के दुरुपयोग और हेरफेर को रोकने के लिए एक मजबूत सॉफ्टवेयर तैयार करेगा। गोवा में भूमि घोटालों की जांच कर रहे एक विशेष जांच दल (एसआईटी) ने पहले अभिलेखागार विभाग के कर्मचारियों को दस्तावेजों के हस्तांतरण में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया था।
घटना का जिक्र करते हुए फलदेसाई ने कहा कि इन दस्तावेजों के लिए बहुस्तरीय सुरक्षा की जरूरत होती है, इसलिए इनका दुरूपयोग न हो। जिन्हें वास्तव में उद्देश्य से इन दस्तावेजों की आवश्यकता है, वे इसे तुरंत प्राप्त करें। जो पात्र और हकदार हैं उन्हें एक हार्ड कॉपी भी दी जा सकती है। इस तरह के मजबूत सॉफ्टवेयर को डिजाइन किया जाएगा और पुराने दस्तावेजों के डिजिटलीकरण की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाएगी। इन दस्तावेजों का डिजिटलीकरण किया जाएगा।
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उन्होंने कहा कि विभाग ने डिजिटाइजेशन प्रक्रिया शुरू करने से पहले सभी पहलुओं का गहन अध्ययन किया है। प्रक्रिया बहुत लंबी है और इसलिए डिजिटलीकरण को पूरा करने में कम से कम 5 साल लगेंगे। फलदेसाई ने कहा कि लगभग 4 से 6 करोड़ पेज, लेजर फोलियो और वॉल्यूम को अंग्रेजी में बदलने की जरूरत है। मंत्री ने आगे कहा, ‘अगर ये (पुराने दस्तावेज) पहले डिजिटाइज किए गए होते, तो ये घोटाले नहीं होते।’ यह बहुत मुश्किल काम है, लेकिन विभाग इस पर काम करेगा।
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