लखनऊ: उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ पुरानी पेंशन बहाली सहित 17 मांगों को लेकर 16 जुलाई को पूरे प्रदेश में धरना (teachers’ strike) देगा। लखनऊ में शिक्षा भवन परिसर में सामूहिक धरना (teachers’ strike) होगा। धरने के समापन पर संयुक्त शिक्षा निदेशक के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा। इस अवसर पर जनपदीय समस्याओं से युक्त ज्ञापन मण्डलीय एवं जनपदीय शिक्षा अधिकारियों को भी प्रेषित किए जाएंगे। यह निर्णय क्वीन्स इण्टर कालेज में कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया।
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बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रदेशीय मंत्री एवं प्रवक्ता डाक्टर आरपी मिश्र ने कहा कि सरकार सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों के प्रति उदासीन है और पूर्व प्रेषित ज्ञापन की मांगों पर कोई कार्यवाही नही कर रही है, जबकि शिक्षकों ने कोरोना आदि की विषम परिस्थितियों में सरकार को पूरा सहयोग किया। सरकार के उदासीन रवैये को देखते हुए प्रदेशीय नेतृत्व द्वारा निर्णय लिया गया है कि 16 जुलाई को संघर्ष के पहले चरण में प्रदेश के सभी जिलाविद्यालय निरीक्षक कार्यालयों में धरना देकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किए जाए और कार्यवाही न होने पर अगले चरणों के संघर्ष की घोषणा की जाएगी।
डा0 मिश्र ने बताया कि 17 सूत्रीय ज्ञापन की मागों में पुरानी पेन्शन की बहाली, वित्त विहीन विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को समान कार्य के लिए समान वेतन एवं सेवा शर्ते, निःशुल्क चिकित्सा सुविधा, वंचित तदर्थ शिक्षकों का विनियमितीकरण आदि प्रमुख हैं। आज की बैठक में प्रदेशीय मंत्री एवं प्रवक्ता डा0 आर0 पी0 मिश्र, जिलाध्यक्ष डा0 आर0 के0 त्रिवेदी, जिलामंत्री महेशचन्द्र,सलाहाकार मण्डल के संयोजक चन्द्र प्रकाश शुक्ल, संघर्षसमिति के संयोजक इनायत उल्लाह खां, समन्वय समिति के संयोजक अनिल शर्मा आदि प्रमुख थे।
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