लखनऊः देश और प्रदेशों में आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से पहली बार रेल मंत्रालय ने भारत गौरव श्री रामायण यात्रा पर्यटक ट्रेन की शुरुआत की है। 18 दिनों की इस पहली आध्यात्मिक पर्यटक ट्रेन को मंगलवार 21 जून को दिल्ली से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया है। देशवासियों में अपनी प्राचीन सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक धरोहरों को जीवंत बनाए रखने के लिए केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय और रेल मंत्रालय ने संयुक्त रूप से कार्ययोजना बनाकर इसकी पहल की है।
देश में पहली बार भारत गौरव श्री रामायण यात्रा पर्यटक ट्रेन भगवान राम के जीवन से जुड़े विभिन्न स्थलों से गुजरेगी और पहली बार यह ट्रेन माता सीता के जन्म स्थान नेपाल के जनकपुर तक की भी यात्रा करेगी। 18 दिन की इस आध्यात्मिक यात्रा के दौरान यह ट्रेन 22 जून को अयोध्या पहुंचेगी। यहां तीर्थयात्री भगवान राम के जन्मस्थान के साथ-साथ उनके बाल्यकाल से जुड़े अन्य स्थलों कनक भवन, सीता रसोई और हनुमान गढ़ी के भी दर्शन कर सकेंगे।
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जानकारी के मुताबिक प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह अयोध्या रेलवे स्टेशन पर तीर्थ यात्रियों का स्वागत करेंगे। अयोध्या से तीर्थ यात्रियों की यह ट्रेन बक्सर, सीतामढ़ी, जनकपुर(नेपाल), प्रयागराज, चित्रकूट, नासिक, हंपी, रामेश्वरम, कांचीपुरम और भद्राचलम तक की यात्रा करायेगी। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय ने यात्रा पड़ाव में आने वाले प्रदेशों की राज्य सरकारों से भी आग्रह किया है कि इस आध्यात्मिक यात्रा में निकले तीर्थ यात्रियों का अपने प्रदेश में स्वागत करें तथा उन्हें तीर्थ स्थल भ्रमण के दौरान समुचित सुविधाएं दें ताकि भविष्य में इस तरह की आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक यात्राओं की श्रृंखला निर्बाध रूप से जारी रखी जा सके।
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