मेक्सिको सिटीः तंबाकू उद्योग और तंबाकू का सेवन न सिर्फ मानव स्वास्थ्य के लिए खतरा है बल्कि यह जंगलों की कटाई और वायु, जल तथा मृदा प्रदूषण की भी बड़ी वजह बना हुआ है। मेक्सिको की नेशनल ऑटोनोमस यूनिविर्सिटी के इकोलॉजी इंस्टीट्यूट की विशेषज्ञ गैब्रिएला जिमेनेज ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर कहा,”वैश्विक स्तर पर जंगलों की कटाई के मुख्य कारणों में एक तंबाकू उद्योग है। यह उद्योग तंबाकू की खेती के लिए पेड़ों की कटाई करता है। इसके अलावा तंबाकू की खेती में बहुत अधिक मात्रा में कीटनाशक का इस्तेमाल होता है, जिससे मिट्टी की गुणवत्ता का क्षय होता है।”
विश्व तंबाकू निषेध दिवस 31 मई को मनाया जाता है। इसकी शुरूआत 1987 में हुई थी। चीन की संवाद समिति शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जिमिनेज ने कहा कि तंबाकू उद्योग हर साल पूरी दुनिया में करीब 60 करोड़ पेड़ों की कटाई करता है। इससे पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है क्योंकि पेड़ की वायु को शुद्ध करते हैं और मिट्टी की उर्वरता बनाये रखते हैं।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा सिगरेट के बट्स आमतौर पर सिगरेट पीने वाले जमीन पर फेंक देते हैं। ये सिगरेट बट्स बारिश होने पर पानी के साथ सीवर में चले जाते हैं और वहां से इनका बहाव नदियों, झीलों तथा समुद्र में होता है। इस तरह से इनसे जल प्रदूषण होता है।
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सिगरेट बट्स के नष्टट होने में 10 साल तक लग जाते हैं क्योंकि अधिकतर सिगरेट का फिल्टर सेल्यूलोज एसिटेट से बना होता है, जो एक तरह की प्लास्टिक है। जिमिनेज ने कहा कि सिगरेट पीने वाले प्रदूषण रोकने में ये मदद जरूर कर सकते हैं कि वे सिगरेट बट्स को जमीन पर न फेंके।
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