चंडीगढ़ः पंजाब सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए चंडीगढ़ की सीमा पर धरना दे रहे किसान (punjab farmer) मंगलवार को रात भर सड़कों पर डटे रहे। किसानों ने पंजाब और चंडीगढ़ की सीमा पर दिल्ली जैसा आंदोलन शुरू कर दिया है। इस बार किसानों का टकराव पंजाब की आप से सरकार से है। हालांकि बुधवार सुबह मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों को बातचीत के लिए निमंत्रण भेजा। किसान नेताओं व सीएम के बीच आज दोपहर बातचीत होगी। इसके बाद किसान आगामी रणनीति का ऐलान करेंगे। वहीं धरने पर बैठे किसानों के लिए प्रशासन पेयजल आदि मुहैया करा रहा है।
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दरअसल पंजाब के विभिन्न किसान संगठन (punjab farmer) सरकार से नाराज है। किसान धान की रोपाई 20 मई से शुरू करने की बजाए पहले की भांति दस जून से शुरू करने, चिप वाले मीटर लगाने की योजना बंद करने, बासमती का एमएसपी 4500 रुपये करने की मांग कर रहे हैं। किसान नेताओं का आरोप है कि मंगलवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उन्हें बैठक के लिए बुलाया लेकिन दिल्ली रवाना हो गए।
इस बीच किसानों ने मोहाली की सड़कों पर पक्का डेरा डाल दिया और दिल्ली से लौटे मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों को फटकारते हुए कहा कि बातचीत का मतलब मुर्दाबाद नहीं होता। किसान रात पर मोहाली की सड़कों पर रहे सुबह उन्होंने खाना भी वहीं पर बनाया। दिल्ली की तरह किसान अपना राशन व अन्य सामान लेकर यहां पहुंचे हुए हैं। इसी दौरान मोहाली के एसएसपी ने किसान नेताओं को सूचित किया गया कि 12 बजे मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उन्हें बैठक के लिए बुलाया है। किसान नेताओं ने मुख्यमंत्री से मुलाकात करने से पहले बैठक करके अपनी रणनीति को अमली रूप दिया।
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