नयी दिल्लीः केंद्र सरकार ने साल 2014 में आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के लिये प्रधानमंत्री आवास योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत 24 मार्च तक दो करोड़ 32 लाख से अधिक पक्के मकान बने हैं। इन घरों में शौचालय की व्यवस्था है। सौभाग्य योजना के तहत बिजली का कनेक्शन मिला है, उजाला योजना के तहत एलईडी बल्ब, उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन, हर घर जल योजना के तहत पानी का कनेक्शन उपलब्ध है।
कोरोना संक्रमण के कारण बाधायें आईं लेकिन इसके बावजूद काम की गति कभी मंद नहीं हुई। प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना को 25 जून 2015 को लॉन्च किया गया था। इसे आवास एवं शहरी मामलों का मंत्रालय लागू करता है। इस योजना के जरिये आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग, निम्न आयवर्ग और मध्यम आयवर्ग के लोगों की आवास समस्या दूर करने की कोशिश की जाती है। सरकार का लक्ष्य 2022 तक सभी को आवास मुहैया कराने का है।
प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी में भी महिलाओं के सशक्तिकरण पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। इसमें घर महिलाओं के नाम होने का प्रावधान है। मध्यप्रदेश के बालाघाट के लालजी ब्लॉक की जमना अपनी दो बेटियों के साथ रहती हैं। वह पहले एक जर्जर घर में रह रहे थे और उसकी हालत ऐसी थी कि वह कभी भी गिर सकता था।
जमना ने कहा कि ऐसे में उसे आवास योजना के तहत सरकारी सहायता मिली और उसका घर अब पक्का हो गया है। देवास की भगवंता देवी भी खुश हैं कि उन्हें अब मानसून में कोई दिक्क्कत नहीं होगी। इसी तरह मंत्रालय ने किफायती किराये के आवासीय परिसर (एआरएचसी) की भी शुरूआत की है। यह प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी की ही उप योजना है। इसके तहत शहरी प्रवासियों/गरीबों को उनके कार्यस्थल के करीब शहरी क्षेत्रों में किफायती किराये पर आवास प्रदान किया जायेगा।
एआरएचसी योजना दो मॉडलों के माध्यम से क्रियान्वित की जा रही है। मॉडल 1 के तहत, मौजूदा सरकारी वित्त पोषित खाली घरों को सार्वजनिक निजी भागीदारी या सार्वजनिक एजेंसियों द्वारा एआरएचसी में परिवर्तित किया जाता है। मॉडल 2 के तहत किफायती किराये के आवासीय परिसर (एआरएचसी) का निर्माण, संचालन और रखरखाव सार्वजनिक/निजी संस्थाओं द्वारा अपनी खाली जमीन पर कराया जायेगा।
मध्यप्रदेश में 5.25 लाभार्थियों को गृह प्रवेशम कार्यक्रम के तहत उन्हें उनके घर की चाभी सौंपी गई। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद ही कई लाभार्थियों से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीब लोगों को पक्का घर मुहैया कराना सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं है बल्कि यह ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे गरीबों के अंदर आत्मविश्वास भरने की कवायद है। यह गरीबों को गरीबी के दुष्चक्र से निकालने का पहला कदम है।
उन्होंने कहा कि जब गरीबों के सिर पर छत होगी तो वह अपने बच्चों की शिक्षा पर ध्यान दे सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारों ने अपने कार्यकाल में गरीबों के लिये कुछ लाख घर ही बनाये लेकिन मेरी सरकार ने ढाई करोड़ घर बनाये। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने करीब दो करोड़ मकान की मालिक महिलायें हैं।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक औरट्विटरपर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…