जयपुर: कोटा शहर में कोचिंग छात्र (coaching student) सुसाइड के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बुधवार रात को कुन्हाड़ी लैंडमार्क सिटी की स्थित वर्षा रेसिडेंसी में एलन कोचिंग संस्थान से नीट की तैयारी कर रहे एक 19 वर्षीय छात्र (coaching student) की लाश संदिग्ध हालत में कमरे में मिली। सूचना पर कुन्हाड़ी थाना पुलिस ने मृतक छात्र के शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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कुन्हाड़ी थाना एसआई रणवीर सिंह ने बताया कि मृतक छात्र (coaching student) रितेश पाल पुत्र राम सिंह पाल नवाब सिंह रोड शंकर जी के मंदिर के पास शिवपुरी मध्य प्रदेश का रहने वाला था। छात्र 3 साल से कोटा के लैंडमार्क स्थित वर्षा रेजिडेंसी 2-सी-10 मैं रहकर एलन कोचिंग संस्थान से नीट की तैयारी कर रहा था। रात को छात्र द्वारा कमरे का दरवाजा नहीं खोलने की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजे को तोड़कर अंदर जाकर देखा तो छात्र अपने कमरे में बेड पर बेहोशी हालत में पड़ा हुआ मिला था। जिसको अस्पताल लाने पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
मृतक के कमरे की तलाशी के दौरान किसी प्रकार का सुसाइड नोट नहीं मिलने से मौत के स्पष्ट कारणों का पता नहीं चल पाया है। परिजनों को सूचना के बाद गुरुवार सुबह मृतक के पिता रामसिंह पाल, चाचा ओर 4-5 रिश्तेदारों के साथ कोटा पहुंचे। मृतक के पिता की ओर से दी गई रिपोर्ट पर छात्र की संदिग्ध हालत में मौत का मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
पढ़ने में होशियार था छात्र
मृतक कोचिंग छात्र (coaching student) रितेश पाल के पिता राम सिंह पाल सरकारी स्कूल में एक शिक्षक के पद पर कार्यरत है। उनके तीन बच्चे बच्चे विवेक पाल, रितेश पाल तथा एक लड़की है। रितेश पाल दूसरे नंबर का लड़का है। छात्र के पिता ने बताया कि एक-दो दिन पहले रितेश ने फोन पर परिवार के सभी सदस्यों से बातचीत की थी। ऐसा लगा ही नहीं कि वह गलत कदम उठा सकता है। उसे किसी प्रकार की परेशानी या डिप्रेशन नहीं था। वह पढ़ने में भी होशियार था। बुधवार रात शाम को रितेश के बड़े भाई दीपक पाल ने उसे फोन लगाया। फोन नहीं उठाने पर, उसके दोस्त अमन को फोन कर उसे रितेश के कमरे पर जाकर देखने की बोला। उसने जाकर देखा कि रितेश का नाश्ता व खाने का पैकेट कमरे के बाहर पड़ा हुआ था। अमन ने गार्ड को बुलाया और रितेश द्वारा दरवाजा नहीं खोलने की सूचना दी। सुरक्षा गार्ड भी छात्रों के साथ रितेश के कमरे पर पहुंच गया। दरवाजा तोड़कर देखा तो रितेश अचेत अवस्था में अपने बेड पर पड़ा हुआ मिला।
संस्थान ने नहीं की मदद
छात्र के पिता ने बताया कि छात्र पढ़ने में होशियार था और किसी प्रकार की पढ़ाई का डिप्रेशन नहीं था। डॉक्टरों द्वारा कुछ बताया ही नही गया कि उसे क्या हुआ है। संस्थान व होस्टल संचालक की ओर से भी कोई जानकारी या सहयोग नही मिला। उन्होंने कहा कि संभवत: बीमारी या बेटे की मौत का अन्य कारण हो सकता है। पुलिस रिपोर्ट के बाद ही मौत के स्पष्ट कारणों का पता चल पाएगा।
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