नई दिल्लीः रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने बुधवार को कहा कि उनका देश यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को बाहर निकालने के लिये सुरक्षित मार्ग बना रहा है। यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों को किसी भी हालत में तत्काल खारकीव और कीव छोड़ने की चेतावनी जारी की है।
अलीपोव ने कहा, हम सुरक्षित मार्ग बनाने के लिये तेजी से काम कर रहे हैं ताकि उन इलाकों में फंसे भारतीय नागरिक सुरक्षित उसके जरिये रूस जा सकें। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के जिन इलाकों में संघर्ष गंभीर है, वहां से भारतीय छात्रों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिये रूस हरसंभव प्रयास करेगा।
उन्होंने साथ ही यूक्रेन में मंगलवार की सुबह मारे गये भारतीय छात्र नवीन के परिजनों के प्रति संवेदना जतायी और कहा कि उसकी मौत की जांच होगी। कर्नाटक का 21 साल का नवीन खारकिव शहर में स्थित खारकिव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में अंतिम वर्ष का छात्र था। वह राशन लेने के लिये एक कतार में खड़ा था जब हमले में वह मारा गया।
राजदूत ने कहा कि खारकिव, सुमी और पूर्वोत्तर के अन्य क्षेत्रों में फंसे भारतीय नागरिकों को लेकर भारतीय प्रशासन से लगातार संपर्क बना हुआ है। उन्होंने कहा कि रूस कुछ सुरक्षित गलियारा बनाने की तैयारी कर रहा है, जिससे लोग सुरक्षित तरीके से रूस में आ सकें।
राजदूत ने साथ ही कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के तटस्थ और संतुलित रूख अपनाने से हम उसके प्रति कृतज्ञ हैं। भारत मौजूदा संकट को समझता है। वह इस संकट की गहराई, इसके कारण और पूरी स्थिति को बाखूबी समझता है। हमें उम्मीद है कि भारत आगे भी यही रूख रखेगा।
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उन्होंने कहा कि रूस और भारत के बीच के रक्षा सौदे में देर नहीं होगी और जमीन से हवा में मार करने वाली लंबी दूरी की मिसाइल एस400 की डिलीवरी में कोई बाधा नहीं आयेगी। राजदूत ने कहा कि प्रतिबंधों से सौदे में कोई दिक्कत नहीं आयेगी।
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