नई दिल्लीः रूस-यूक्रेन के मध्य जारी जंग के बीच भारत सरकार यूक्रेन में फंसे अपने सभी नागरिकों को वापस लाने के प्रयासों में जुटी हुई है। आपरेशन गंगा के तहत भारतीय नागरिकों को सुरक्षित भारत वापस लाया जा रहा है। इस बीच यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए भारतीय वायुसेना के तीन विमान भेजे गए हैं। सेना के वाइस चीफ एयर मार्शल संदीप सिंह ने बुधवार को कहा कि यूक्रेन की सीमा से लगे पड़ोसी देशों से फंसे लोगों को वापस लाने के लिए वायुसेना ने तीन विमान भेजे गए हैं। अधिकारी ने बताया कि अभी तक तीन सी-17 विमान भेजे जा चुके हैं। उन्होंने कहा, “राहत सामग्री भी भेजी जा रही है। विदेश मंत्रालय के सहयोग से अभियान जारी है।”
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एयर मार्शल सिंह ने कहा, “ये रोमानिया, पोलैंड और हंगरी में चौबीसों घंटे लगातार संचालन कर रहे हैं।” ऐसी उड़ानों को संचालित करने के लिए भारतीय वायु सेना की क्षमता के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “हम एक दिन में चार उड़ानें संचालित कर सकते हैं।” भू-राजनीति की स्थिति पर उन्होंने कहा, “भू-राजनीति के लिहाज से हमारी स्थिति बहुत मजबूत है। हमारे सभी के साथ अच्छे संबंध हैं। हम मूल्यांकन कर रहे हैं, कुछ कठिनाइयां हो सकती हैं, यह सब होना चाहिए। यह अभी भी सामने आ रहा है। हम मूल्यांकन कर रहे हैं।” मंगलवार को विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने घोषणा की थी कि अगले तीन दिनों के लिए कुल 26 उड़ानें निर्धारित की गई हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि अब तक 12,000 भारतीयों को यूक्रेन से बाहर लाया गया है।
अगले तीन दिन में 26 उड़ाने होंगे संचालित
बता दें कि यूक्रेन के राजधानी कीव औऱ खार्किव शहर में मिसाइल हमले के खतरे के बीच भारतीयों की वतन वापसी का अपना अभियान चला रहा है। अगले तीन दिनों में आईएएफ की 26 उड़ानें संचालित होने वाली हैं। वहीं यूक्रेन से भारतीय नागरिकों की वापसी का सिलसिला जारी है। बुधवार को 218 भारतीयों को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से लेकर एक फ्लाइट नयी दिल्ली पहुंची। जहां केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, जितेंद्र सिंह और राजीव चंद्रशेखर ने युद्धग्रस्त देश यूक्रेन से लौटे भारतीय छात्रों का स्वदेश में स्वागत किया।
इस दौरान उन्होंने गुजराती, बांग्ला और मराठी सहित विभिन्न भारतीय भाषाओं में छात्र से संवाद किया। स्मृति ईरानी ने कहा कि घर वापस आने पर आपका स्वागत है। आपके परिवार सांसे रोककर इंतजार कर रहे हैं। आपने अनुकरणीय साहस दिखाया है। उन्होंने छात्रों से कहा कि फ्लाइट क्रू को भी धन्यवाद दें। इससे पहले बुडापोस्ट से करीब 200 छात्रों को लेकर दिल्ली पहुंचे विमान की अगवानी केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने की।
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