नई दिल्लीः रेल मंत्रालय ने सात हाई स्पीड रेल (बुलेट ट्रेन) कॉरिडोर-दिल्ली-वाराणसी, मुंबई-नागपुर, दिल्ली-अहमदाबाद, मुंबई-हैदराबाद, चेन्नई-बेंगलुरु-मैसूर, वाराणसी-हावड़ा और दिल्ली-अमृतसर के लिए सर्वेक्षण करने और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने का निर्णय लिया है। राज्यसभा में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना के लिए अभी तक गुजरात में 954.28 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है।
उन्होंने कहा कि देश में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर चल रहे काम पर अपडेट है। केंद्र सरकार शुक्रवार को संसद में स्वीकार किया कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना (बुलेट ट्रेन) के अमल में आने में फिलहाल थोड़ी देरी हुई है। खास तौर पर महाराष्ट्र में जमीन अधिग्रहण में देरी और फिर ठेकों को आखिरी रूप देने सहित कई दूसरी वजहों से इसमें देर हुई है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि खास तौर पर महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण में देरी, तत्पश्चात ठेकों को आखिरी रूप देने में देरी और कोविड-19 के प्रतिकूल प्रभाव से मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना के अमल में आने में देरी हुई।
उन्होंने शुक्रवार कहा कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना के लिए अभी तक गुजरात में 954.28 हेक्टेयर में 941.13 हेक्टेयर यानी 98.62 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण किया गया है जबकि दादर एवं नागर हवेली में 7.90 हेक्टेयर (100 प्रतिशत) भूमि का अधिग्रहण हो चुका है। महाराष्ट्र में 433.82 हेक्टेयर में से 247.01 हेक्टेयर भूमि का ही अधिग्रहण हो सका है जो 56.39 प्रतिशत है।
गौरतलब है कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर पर बुलेट ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से 508 किलोमीटर और 12 स्टेशनों की दूरी तय करेंगी। वहीं पीक आवर्स में 20 मिनट और नॉन-पीक आवर्स में 30 मिनट की फ्रीक्वेंसी के साथ हर रोज एक दिशा में 35 ट्रेनें होंगी। लिमिटेड स्टॉप (सूरत और वडोदरा में) के साथ, ट्रेन इस दूरी को 1 घंटे और 58 मिनट में तय करेगी। बाकी सभी स्टॉप के साथ 2 घंटे 57 मिनट लगेंगे।
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मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर का ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर साबरमती में होगा। रेल मंत्री के अनुसार देश में बुलटे ट्रेनों के लिए 7 रूट तय हैं। इनमें मुंबई-अहमदाबाद के साथ ही दिल्ली-नोएडा-आगरा-लखनऊ-वाराणसी (865 किलोमीटर) और दिल्ली-जयपुर-उदयपुर-अहमदाबाद (886 किलोमीटर), मुंबई-नासिक-नागपुर (753 किलोमीटर), मुंबई-पुणे-हैदराबाद , (711 किलोमीटर), चेन्नै-बेंगलुरु-मैसूर, (435 किलोमीटर) और दिल्ली-चंडीगढ़-लुधियाना-जालंधर-अमृतसर (459 किलोमीटर) शामिल होंगे।
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