भिवानी: सामाजिक कुरीतियाँ दूर करने को लेकर भिवानी में प्रदेश भर की खापें आगे आई हैं। इस दौरान जातिवाद, दहेज, नशे, भ्रुण हत्या व शादि अधिनियम को लेकर बड़े फैसले लिये गए। वहीं किसान नेता राकेश टिकेत ने सरकार द्वारा किसानों से किये वादों पर गंभीर ना होने के आरोप लगाए। हरियाणा को खापों की धरती मानी जाती है।
आजाद भारत में ही नहीं, बल्कि मुग़लों के शासन में खापों का फ़ैसलों को लेकर की ही रूतबा व पहचान रही है। ये खाप अब एक बार फिर भिवानी के कितलाना टोल पर जूटी। जहाँ सामाजिक कुरीतियाँ दूर करने को विधायक सोमबीर सांगवान ने सर्वजातिय खाप महापंचायत का आयोजन किया था। इस महापंचायत में हरियाणा भर से खाप नेता और किसान नेता राकेश टिकेत पहुँचे।
इस दौरान मीडिया से रुबरू हुये किसान नेता राकेश टिकेत ने कहा कि खापों द्वारा समाज में फैली नशा, जाति, भ्रूण हत्या व दहेज जैसी बुराईयां मिटाने की पहल सरहानीय है। राकेश टिकेत ने सरकार द्वारा शादी के लिए लड़कियों की उम्र 18 से बढ़ा कर 21 करने पर कहा कि ये सही है, लेकिन जो लड़की पढ़ाई न करती हो, उसकी शादी माता-पिता की मर्ज़ी से 18 साल में भी होनी चाहिए। वहीं टिकेत ने किसान आंदोलन के दौरान बने केस वापस लेने व एमएसपी के लिए कमेटी बनाने पर नाराज़गी दिखाई और कहा कि सरकार की मंशा व कार्यशैली सही नहीं है। इस बारे में 15 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा बैठक कर फैसला लेगा।
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वहीं महापंचायत में लिए फ़ैसलों पर आयोजक एंव विधायक सोमबीर सांगवान ने कहा कि आज की खाप महापंचायत में पांच फैसले लिये हैं। जिनमें जातिवाद ख़त्म करने के लिए हर वर्ग सभी वर्गों के महापुरूषों की जयंति व पुण्यतिथि सामूहिक रूप से मनाएँगे। कन्या भ्रूण हत्या करने वालों, दहेज लेने वालों व नशा बेचने वालों का सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा। इसके साथ ही विधायक ने कहा कि खापें अंतरजातीय व प्रेम विवाह के ख़िलाफ़ नहीं, लेकिन इनके लिए परिजनों की सहमति जरूरी हो, इसके लिए केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
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