Thursday, December 19, 2024
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Homeदेशझारखंड में मिला ओमिक्रॉन का तीसरा संदिग्ध मरीज

झारखंड में मिला ओमिक्रॉन का तीसरा संदिग्ध मरीज

रांचीः झारखंड में कोरोना का कहर अभी कम भी नहीं हुआ था कि नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने भी दस्तक दे दी है। रांची स्थित रिम्स में ओमिक्रॉन के एक संदिग्ध मरीज को भर्ती कराया गया है। रविवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे कोरोना पॉजिटिव महिला को न्यू ट्रामा सेंटर में लाया गया जो केरल से आई थी। फिलहाल वह रांची के गोंदलीपोखर में रह रही थी। महिला की उम्र करीब 50 वर्ष बताई जा रही है। वहीं कोरोना के नए वैरिएंट का पता लगाने के लिए डॉक्टरों ने महिला के सैंपल को जिनोम सिक्वेसिंग के लिए भेजने की सिफारिश की है। इस पर अंतिम फैसला रिम्स प्रबंधन को लेना है।

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दो मरीज पहले से भर्ती

बता दें कि इसके पहले भी अस्पताल में दो संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया गया था। अब तक इस तरह के संदिग्ध मरीजों की संख्या तीन हो गई है। ट्रामा सेंटर के इंचार्ज डॉ. प्रदीप भट्टाचार्या ने बताया कि महिला को संदिग्ध मरीज मानते हुए सभी जरूरी जांच की जा रही है। महिला में मिले कोरोना के वैरिएंट का पता लगाने के लिए जिनोम सिक्वेसिंग की आवश्यकता है। इस बारे में सैंपल जांच के लिए भेजने पर अंतिम निर्णय अस्पताल प्रबंधन को लेना है। वहीं रिम्स के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. डीके सिन्हा ने बताया कि ओमिक्रॉन के संदिग्ध मरीज को भर्ती करने की जानकारी प्राप्त हुई है। इस बारे में ट्रामा सेंटर की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

उधर ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर पूरे राज्य में सतर्कता बढ़ा दी गयी है। इसी के तहत सैंपल भुवनेश्वर भेजे जा रहे हैं। झारखंड में पॉजिटिव सैंपलों के वेरिएंट के जांच के लिए जिनोम सिक्वेंसिंग मशीन नहीं है। जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए वर्तमान में सैंपल भुवनेश्वर भेजे जाते हैं। अगर राज्य के पास अपना जिनोम सिक्वेंसिंग मशीन होती तो वैरिएंट की पुष्टि एक सप्ताह के अंदर ही हो सकती थी।

दरअसल आईसीएमआर के गाइडलाइन के अनुसार राज्य में मिलने वाले कुल पॉजिटिव मरीजों में कुछ के रैंडम सैंपल को जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाता है। जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट पहले आईसीएमआर को जाती है। उसके बाद आइसीएमआर से विभाग के पास आता है, उसके बाद जांच केंद्र को रिपोर्ट भेजी जाती हैं। वर्तमान में इस पूरी प्रक्रिया में लगभग एक महीने लग जाते हैं। ऐसे में भेजे गए सैंपलों की जांच रिपोर्ट आने में समय लग जाएगा।

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