रायबरेलीः शादी के लिए मंडप सजा हुआ था, चारो ओर खुशियां ही खुशियां थी। दूल्हा और दुल्हन के कदम मंडप की ओर बढ़ रहे कि बीच में एक मासूम बच्ची के साथ पहुंची महिला ने कुछ ऐसा कहा कि कदम ठिठक गए और सारी खुशियां काफुर हो गई। मंगल गीत रुक गए, रस्में रुक गईं। विवाद शुरू हुआ और पुलिस आ गई। बीती रात यह सब ऊंचाहार क्षेत्र के पूरे डींगुर मजरे सवैया धनी गांव में हुआ, जहां बारात में नाच गाना हो रहा था। शादी का मंडप सजा हुआ था, इससे पहले कि दूल्हा-दुल्हन शादी के मंडप में पहुंचते कि एक मासूम बेटी के साथ मौके पर पहुंची महिला ने कहा कि ये दूल्हा मेरा पति है। यह सुनकर सबके होश उड़ गए, मामले की सूचना पुलिस को दी गई।
दरअसल, इसी गांव के निवासी शंकर गुप्ता ने अपनी बेटी सीमा देवी की शादी सलोन थाना क्षेत्र के मटका गांव निवासी सूरजपाल अग्रहरि के पुत्र धीरज अग्रहरि से तय की थी। एक दिसंबर को शंकर के घर पर धीरज बारात लेकर आया था। बताते हैं कि रस्म अदायगी की तैयारियां चल रही थी। इसी बीच कार से एक मासूम बेटी को लेकर एक महिला पहुंची और हंगामा खड़ा कर दिया। महिला का कहना था कि धीरज उसका पति है। इसके बाद शादी की सारी रस्में रुक गईं। रात में ही मौके पर पहुंची पुलिस सभी पक्षों को कोतवाली लाई।
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महिला भदोही जनपद की रहने वाली है। उसकी शादी हो चुकी है, किन्तु वह पति से अनबन होने के कारण वह अलग रहती है। धीरज का परिवार मुंबई में रहकर व्यवसाय करता है। वहीं पर धीरज की महिला से मुलाकात हुई और दोनों में प्रेम हो गया। उसके बाद दोनों में संबंध बन गए। महिला का कहना है कि धीरज ने उसके साथ शादी की है, जबकि धीरज शादी से इंकार कर रहा है। इधर अब कन्या पक्ष धीरज से शादी नहीं करना चाहता है। कन्या पक्ष धीरज के परिजनों से अपने खर्च वापस लेना चाहता है। कोतवाल शिवशंकर सिंह ने बताया कि विवाद की सूचना पर उभय पक्षों को कोतवाली लाया गया है। जहां बातचीत के द्वारा मामले का निपटारा किया जा रहा है।
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