श्रीनगरः श्रीनगर के हैदरपोरा में सोमवार को हुए मुठभेड़ में मारे गए अल्ताफ अहमद और मुदस्सिर गुल के परिवार वालों ने बुधवार को यहां प्रेस कॉलोनी में विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने दावा किया कि अल्ताफ अहमद और मुदस्सिर गुल की उग्रवाद में कोई संलिप्तता नहीं थी और उन्होंने दोनों के शवों को सौंपने की मांग की। अहमद के भाई से पूछा कि “आईजी कह रहे हैं कि मेरा भाई एक निर्दोष नागरिक था। उन्होंने उसकी हत्या पर खेद जताया, लेकिन आप उसका शव क्यों नहीं लौटा रहे हैं?”
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उन्होंने कहा, “सभी कश्मीरी लोग सड़कों पर आएंगे। मैं वादा करता हूं कि जब तक मुझे मेरे भाई का शव नहीं मिल जाता, हम चुप नहीं रहेंगे।” पुलिस ने कहा कि हैदरपोरा में मुठभेड़ में चार लोग मारे गए, जिसमें हैदर और उसके साथी के रूप में पहचाना गया एक विदेशी आतंकवादी शामिल है। पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि मुठभेड़ के दौरान आतंकवादियों का एक ओवर ग्राउंड वर्कर मुदस्सिर गुल और घर का मालिक अल्ताफ अहमद मारा गया।
उन्होंने बताया कि गोलीबारी में मकान मालिक की मौत हो गई, जबकि मकान में किराए पर रहने वाले गुल ने हैदर और उसके सहयोगी को आश्रय दिया था। उधर, मुदस्सिर गुल की पत्नी हुमैरा मुदस्सिर ने कहा, “वह एक वरिष्ठ दंत चिकित्सक थे और अपना काम कर रहे थे। वह कुछ भी अवैध नहीं कर रहे थे।”
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