नई दिल्ली: आयुष मंत्रालय के मुताबिक गिलोय का इस्तेमाल पूरी तरह सुरक्षित है। आयुष मंत्रालय ने हाल ही में सोशल मीडिया और कुछ वैज्ञानिक पत्रिकाओं में प्रकाशित लेखों एवं पोस्ट में गुडुची (टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया) के उपयोग को लेकर सुरक्षा संबंधी चिंताओं पर ध्यान दिलाया गया है।
अध्ययन के मुताबिक गुडुची (टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया) उपयोग करने के लिहाज से सुरक्षित है लेकिन कुछ समान दिखने वाले पौधे जैसे टिनोस्पोरा क्रिस्पा हानिकारक हो सकते हैं। गुडुची एक लोकप्रिय जड़ी बूटी है, जिसे गिलोय के नाम से जाना जाता है और आयुष प्रणालियों में लंबे समय से चिकित्सा के लिए इसका उपयोग किया जा रहा है।
गुडुची (टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया) की सुरक्षा और प्रभावकारिता को प्रमाणित करने के लिए पीयर रिव्यू वाली अनुक्रमित पत्रिकाओं में अच्छी संख्या में अध्ययन प्रकाशित हुए हैं। इसके हेपाटो-सुरक्षात्मक गुण भी अच्छी तरह से स्थापित हैं। गुडुची अपने विशाल चिकित्सीय अनुप्रयोगों के लिए जाना जाता है और इसके इस्तेमाल को विभिन्न लागू प्रावधानों के अनुसार विनियमित किया जाता है।
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यह देखा गया है कि टिनोस्पोरा की विभिन्न प्रजातियां उपलब्ध हैं और केवल टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया का उपयोग चिकित्सा विज्ञान में किया जाना चाहिए, जबकि समान दिखने वाली प्रजातियां जैसे टिनोस्पोरा क्रिस्पा से प्रतिकूल असर पड़ सकता है।
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