श्रीकाकुलमः आंध्र प्रदेश और ओडिशा की सीमा पर सिलेरू नदी में बीती रात दो नाव पलटने से आठ लोग लापता हो गए, जिनमें से तीन के शव आज दोपहर बरामद कर लिये गए। ओडिशा में मलकानगिरी जिले के गुंटवाड़ा पंचायत के कोंधुगुड़ा गांव के निकट 11 लोग काम के सिलसिले में हैदराबाद गए थे। तेलंगाना में कोरोना के मद्देनजर तालाबंदी की घोषणा के साथ ही कामकाज ठप हो गया है। इससे आदिवासी अपने-अपने गांवों के लिए रवाना हो गए।
सोमवार की रात सीलर पहुंचे आदिवासी दूसरे राज्यों से ओडिशा में आने वालों पर लगे प्रतिबंध के मद्देनजर सीलेरू उपनगरीय चेकपोस्ट पहुंचे और वहा आधी रात तक रुके रहे। चेकपोस्ट के पीछे अंधेरे में छुपते-छुपाते वन प्रांत से होते हुए सीलेरू नदी तट तक पहुंचे। उन्होंने अपने गांव के लोगों को पहले ही सूचित कर दिया था कि यात्रा के लिए दो नावें तैयार रखें। इसी क्रम में दोनों नावों पर 11 लोग सवार हुए। नदी के बीच में जाने से पहले पहले ही नाव नदी में पलट गई। पलटी नाव को बचाने के प्रयास में दूसरी नाव पर सवार लोग भी नदी में गिर गए।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दोनों नावों पर सवार 11 लोगों में से तीन लोग तैरकर किनारे पहुंचे। उन्होंने गांव में पहुंचकर लोगों को घटना की सूचना दी। घटना की तत्काल स्थानीय अधिकारियों को सूचना दी गई और अधिकारियों को सूचना प्राप्त होते ही दमकलकर्मियों को घटनास्थल पर भेजा गया ।
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मंगलवार की सुबह बच्चों अभि (2), गायत्री (4) और अनुषा (23) के शव बरामद किए गए। पांच अन्य की तलाश की जा रही है। सीलेरू पुलिस एसआई रंजीत, रमना और चित्रकोंडा पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।