कानपुर: जिले में तैनात एक सब इंस्पेक्टर की संदिग्ध हालत में सोमवार को मौत हो गई। परिजनों ने पेट दर्द के बाद जिला अस्पताल उर्सला के वार्ड ब्वॉय द्वारा गलत इंजेक्शन लगाए जाने से तबियत बिगड़ने व मौत का आरोप लगाया है। इस मामले में कोतवाली थाना पुलिस जांच कर कार्यवाही की बात कही और शव पोस्टमार्टम भेज दिया।
मूलरूप से बाराबंकी रामनगर के सिमरा गांव निवासी प्रदीप कुमार सिंह (43) पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर थे। इन दिनों उनकी तैनाती कानपुर में थी और यातायात की जिम्मेदारी सम्भाल रहे थे। यहां सब इंस्पेक्टर प्रदीप परिवार के साथ पुलिस लाइन में रहते थे। सोमवार सुबह दरोगा के पेट मे अचानक तेज दर्द उठा। असहनीय पीड़ा के चलते वह गोविंद नगर के नन्दलाल चौराहे ड्यूटी स्थल पर जाने से पहले उर्सला अस्पताल इलाज के लिए पहुचे। जहां पेट दर्द की बात जानने पर वार्ड ब्वॉय ने 500-500 एमजी के दो इंजेक्शन लगा दिए। पत्नी शीला ने बताया कि इंजेक्शन लगने कुछ ही देर बाद पति की तबीयत और बिगड़ गई। गंभीर स्थिति होने पर उन्हें पास के सिविल लाइन स्थित निजी अस्पताल लीलामणि में लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया।
मृतक दरोगा के परिजनों ने उर्सला में लगाए गए इंजेक्शन पर सवाल खड़ा करते हुए गलत इंजेक्शन लगाने से मौत होने का आरोप लगाया। इस मामले में परिजनों ने कोतवाली थाना में दी तहरीर दी। एसीपी कोतवाली बृजनारायण सिंह ने दरोगा ख्ताई संदिग्ध मौत पर बताया कि पत्नी ने गलत इलाज का आरोप लगाते हुए कोतवाली थाने में तहरीर दी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।