अनूपपुर: विषम परिस्थितियों में देश सेवा और नागरिकों की मददगार रूप में सेवा निभाने वाले पुलिस जवानों के ऊपर कोरोना संक्रमण का खतरा अधिक मंडरा रहा है। सालभर पूर्व से आरम्भ हुए कोरोना महामारी के खतरे के बीच सेवा देते हुए जिले में अबतक 85 पुलिस जवान सक्रमित भी हो चुके हैं। जिनमें 67 ने इसे परास्त कर जीवन की जंग जीत भी ली है। लेकिन 18 जवान अब भी संक्रमित हैं। वर्तमान कोरोना संक्रमण के दूसरी लहर और आगामी तीसरी लहर की सम्भावनाओं में आम नागरिकों की सुरक्षित रखने जिले के 700 से अधिक जवान अब भी दिन-रात सेवा में जुटे हैं। लेकिन इस महामारी के अधिक तीव्रता से संक्रमित करने की क्षमता ने नागरिकों के साथ जिले की अंदरूनी सुरक्षा व्यवस्था में तैनात जवानों के लिए मुसीबत पैदा कर दिया है। हालांकि अब तक जिले में पुलिस जवानों के अधिक संख्या में संक्रमित होने के मामले कम आए हैं।
लेकिन आशंकाओं ने परहेज के लिए चिंता बना दिया है। खासकर ऐसे जवान जो मुख्य मार्गो पर बेरिकेट/ बैरियर लगाकर आवागमन कर रहे नागरिकों की जांच पड़ताल के काम में जुटे हैं। इनके पास सुरक्षा उपायों की कमी हैं। चेहरे पर न तो फेस शील्ड हैं और न हाथों में ग्लब्स है। यहां तक कि जांच पड़ताल के दौरान किसी संक्रमित व्यक्ति के करीब आने के उपरांत पूरे शरीर को संक्रमण से सुरक्षित रखने सेनेटाइजर है। ऐसे में जांच के दौरान वाहन में बैठे व्यक्तियों से पूछताछ में वाहन के कांच लगी खिड़की से पूछताछ में जवानों के अधिक संक्रमित होने का खतरा अधिक बढ़ गया है। उल्लेखनीय है कि जिले में 10 थाना सहित तीन पुलिस चौकी भी संचालित हैं। जिनमें सुरक्षा व्यवस्थाओं के तहत 28 मुख्य चेकिंग प्वाईंट बनाए गए हैं। इनपर लगभग 230 जवानों और पदाधिकारियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा थाना क्षेत्र में पुलिस पदाधिकारी सहित जवान गश्त देते हुए ड्यूटी निभा रहे हैं।
बिना फेस शील्ड प्वाईंट पर नहीं होगी तैनाती
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन ने बताया कि वर्तमान में पुलिस जवानों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा उपकरण भी उपलब्ध कराए गए हैं। इसके लिए निरीक्षण के दौरान जवानों को हिदायत भी दी जा रही है। लेकिन अब एक आदेश भी सभी थाना प्रभारियों को जारी करेंगे, जिसमें थाना क्षेत्र में बनाए गए चेक प्वाईंट पर बिना फेस शील्ड और ग्लब्स के जवानों की तैनाती नहीं होगी। अगर इनमें फेस शील्ड या ग्लब्स की कमी पड़ती है तो और व्यवस्था बनाई जाएगी। लेकिन जवानों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा।
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आठ राज्यों की भारी वाहनों का जिले में होता है प्रवेश
अनूपपुर जिले में वर्तमान में 14 खदानों से कोयले का उत्पादन होता है। इसके अलावा दो बिजली प्लांट, एक पेपर मिल भी संचालित हैं। जिनकी आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति में विभिन्न राज्यों से सामानों को लेकर भारी वाहनों का प्रवेश जिले में होता है। जानकारी के अनुसार जिले में 8 राज्यों की वाहनें पहुंचती है। इनमें छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्र्रप्रदेश, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, उड़ीसा, झारखंड, तमिलनाडु सहित अन्य राज्य शामिल हैं। इनमें अधिकांश राज्य कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित हैं, जिसका असर जिले पर भी पड़ रहा है।