लखनऊः आजकल समय बदल रहा है। अब युवा डॉक्टर, इंजीनियर या मास्टर बनने की बजाय कुछ ऐसे कोर्सेज करना चाहते हैं, जिसमें उन पर पढ़ाई का कोई बोझ न रहे और उन्हें पढ़ाई के साथ-साथ कुछ मनोरंजन भी मिलता रहे। ऐसे में युवाओं के बीच आजकल एनिमेशन और ग्राफिक डिजाइन एक लोकप्रिय पेशा बन रहा है और युवा इस ओर आकर्षित हो रहे हैं। लगभग हर क्षेत्र में अब कम्प्यूटर डिजाइनिंग का काम होता है, वहीं एडवरटाइजिंग और सिनेमा के क्षेत्र में तो एनिमेशन और ग्राफिक की काफी अहम भूमिका है। ऐसे में युवा 12वीं के बाद पारंपरिक कोर्सेज और पेशों की ओर आकर्षित होने की बजाय एनिमेशन व ग्राफिक डिजाइनिंग को तरजीह दे रहे हैं। इस पेशे में पिछले कुछ सालों में कुशल युवाओं की मांग बढ़ी है। आजकल सभी सॉफ्टवेयर ‘ग्राफिकल यूजर इंटरफेस’ से युक्त होते हैं। इसे बनाने वाले ग्राफिक डिजाइनिंग के कुशल पेशेवर ही होते हैं।
क्या है एनिमेशन-ग्राफिक डिजाइनिंग
एनिमेशन और ग्राफिंग डिजाइनिंग एक बेहद रोचक कोर्स है। इसमें बच्चों पर पढ़ाई का कोई अतिरिक्त बोझ नहीं होता है। जिन युवाओं को आर्ट बेहद पसंद है और उनमें अगर रचनात्मक सोच के साथ सौंदर्यबोध है, तो वह इस क्षेत्र में बेहतर करियर बनाने की ओर कदम बढ़ा सकते हैं। एनिमेशन-ग्राफिक डिजाइनिंग चित्र/दृश्य के माध्यम से संवाद की एक कला है। यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें एक पेशेवर किसी संदेश को चित्र, छवियों, आकार और रंगों के जरिये प्रभावी व रोचक तरीके से व्यक्त करता है। यहां एक पेशेवर को सामान्य लोगो से लेकर जटिल वेब पेज की डिजाइनिंग जैसे काम तक करने होते हैं। ऐसे में ग्राफिक डिजाइनिंग एक बेहद आकर्षक और पारंपरिक कोर्सेज से हटकर एक अलग तरह का कोर्स है।
क्या है प्रोसेस
एनिमेशन-ग्राफिक डिजाइन का कोर्स लीक कोर्सेज से हटकर है। बाकी कोर्सेज में जहां कोर्स कम्प्लीट होने के बाद नौकरी की सम्भावनाएं उत्पन्न होती हैं, वहीं ग्राफिक्स-एनिमेशन एक ऐसा क्षेत्र है जहां सर्टिफिकेट से ज्यादा उम्मीदवार के हासिल किए हुए हुनर पर बात होती है। इस क्षेत्र में कोर्स के दौरान ही आपको अच्छी नौकरी की प्राप्ति हो सकती है। एनिमेशन और ग्राफिक डिजाइनिंग में कई तरह के कोर्सेज होते हैं। इसमें इच्छुक उम्मीदवार ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट दोनों तरह के कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। साथ ही इस क्षेत्र में कुछ डिप्लोमा कोर्स भी मौजूद हैं। एनिमेशन-ग्राफिक में प्रवेश के लिए उम्मीदवार को 12वीं उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
प्रमुख कोर्स
1- बैचलर इन फाइन आर्ट्स
2- बीटेक इन कंप्यूटर साइंस
3- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन ग्राफिक डिजाइन
4- बैचलर ऑफ डिजाइन इन ग्राफिक डिजाइन
5- बैचलर ऑफ आर्ट्स इन ग्राफिक डिजाइन
6- मास्टर ऑफ आर्ट्स इन ग्राफिक डिजाइन 7- मास्टर ऑफ डिजाइन इन ग्राफिक
अपार सम्भावनाएं
एनिमेशन और ग्राफिक डिजाइनिंग क्षेत्र कॉन्सेप्ट आर्टिस्ट, स्टोरी बोर्डिंग, मल्टीमीडिया डिजाइनर, वेब डिजाइनर, प्रोडक्ट डिजाइनर, आर्ट डायरेक्टर, मार्केटिंग एक्सपर्ट जैसे पेशों में बंटा हुआ है। इन पेशों में प्रोडक्शन स्तर पर सबसे ज्यादा लोगों की जरूरत पड़ती है, इसलिए यहां नौकरियां भी ज्यादा होती हैं। जबकि प्री-प्रोडक्शन स्तर पर चुनिंदा नौकरियां ही होती हैं। एडवरटाइजिंग, साफ्टवेयर से जुड़े क्षेत्रों में सहजता से नौकरी पा सकते हैं। आईटी कंपनियों में काम करने वाले डेवलपर्स या मार्केटिंग विशेषज्ञ ग्राफिक्स डिजाइनिंग का स्किल अर्जित कर कार्यक्षेत्र में अपनी उपयोगिता बढ़ा सकते हैं। पेशेवर अपने डिजाइन ऑनलाइन भी बेच सकते हैं या फ्रीलांसिंग से कमाई कर सकते हैं। फ्रीलांसर के तौर पर युवा फ्रीलांसर, अपवर्क, फिवर, 99डिजाइन जैसी वेबसाइटों की मदद से काम प्राप्त कर सकते हैं।
जॉब रोल्स
1- कॉन्सेप्ट आर्टिस्ट
2- मल्टीमीडिया डिजाइनर
3- वेब डिजाइनर
4- यूजर इंटरफेस डिजाइनर
5- आर्ट डायरेक्टर
सैलरी
इस कोर्स से अभी ज्यादा लोग वाकिफ़ नहीं हैं, ऐसे में इस क्षेत्र में शुरूआत से ही अच्छी-खासी सैलरी मिलती है। शुरुआत में ढाई लाख रुपयों तक का सालाना वेतन पा सकते हैं। कुछ वक्त बाद ग्राफिक डिजाइन में अनुभव के अनुसार सैलरी बढ़ती जाती है। बड़े स्तर पर भी पहचान बनाने के मौके मिलते हैं। इसके अलावा फ्रीलांस के ज़रिए इस क्षेत्र में आप मोटी कमाई कर सकते हैं। इसमें एक-एक प्रोजेक्ट के हजारों रुपए मिलते हैं, वहीं अगर प्रोजेक्ट बढ़ा है तो रकम भी मोटी मिलती है।
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प्रमुख शिक्षण संस्थान
1- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, नई दिल्ली
2- पर्ल अकादमी, दिल्ली
3- सिंबायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, पुणे
4- एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा
5- एमएएसी, दिल्ली
6- एरिना, दिल्ली-एनसीआर