Sunday, December 29, 2024
spot_img
spot_img
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Homeउत्तर प्रदेशउन्नाव में हुई घटना पर गरमाने लगी सियासत, विपक्ष कर रहा बालिका...

उन्नाव में हुई घटना पर गरमाने लगी सियासत, विपक्ष कर रहा बालिका को दिल्ली शिफ्ट करने की मांग

लखनऊः उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में सदिग्धावस्था में दो युवतियों की मौत व एक किशोरी के गंभीर होने की घटना से अब सियासत भी गरमाने लगी है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी और गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह और भीम आर्मी प्रमुख चन्द्रशेखर इस मुद्दे पर सोशल मीडिया के जरिए प्रतिक्रिया दे रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि कि केवल दलित समाज को ही नहीं, यूपी सरकार महिला सम्मान व मानवाधिकारों को भी कुचलती जा रही है। लेकिन वे याद रखें कि कांग्रेस पीड़ितों की आवाज बनकर खड़ी है और उन्हें न्याय दिलाया जाएगा।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि उन्नाव की घटना दिल दहला देने वाली है। लड़कियों के परिवार की बात सुनना एवं तीसरी बच्ची को तुरंत इलाज मिलना जांच-पड़ताल एवं न्याय की प्रक्रिया के लिए बेहद जरूरी है। खबरों के अनुसार पीड़ित परिवार को नजरबंद कर दिया गया है। यह न्याय के कार्य में बाधा डालने वाला काम है। आखिर परिवार को नजरबंद करके सरकार को क्या हासिल होगा? यूपी सरकार से निवेदन है कि परिवार की पूरी बात सुने एवं त्वरित प्रभाव से तीसरी बच्ची को इलाज के लिए दिल्ली शिफ्ट किया जाए। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य और यूपी प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि कब तक चुप रहोगे। आज उन्नाव है, कल तुम्हारा जिला होगा, आज उनका गांव है, कल तुम्हारा होगा, आज दलित बेटियां पेड़ों से बंधी मिल रही हैं कल तुम बंधे मिलोगे। याद रहे, मूकदर्शक बन कर बर्बादी का तमाशा देखने वालों को इतिहास कायर कहता है। डराओ, धमकाओ, मुकदमा करो, मैं बेटियों के साथ हूं। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर कहा कि उन्नाव की तीसरी बेटी को तुरन्त इलाज के लिए दिल्ली शिफ्ट किया जाए। हर हाल में बच्ची को बचाना है।

केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 127 बहादुरों को मिला वीरता पदक

वहीं भीम आर्मी प्रमुख चन्द्रशेखर आजाद ने कहा कि हाथरस की घटना में सरकार ने बेटी को दिल्ली रेफर करने में बहुत देर लगाई। हमारी मांग उन्नाव की बेटी के जीवन की सुरक्षा के लिये है। सरकार हमारी मांग मानने में देरी क्यों कर रही है जबकि ये सबसे जरूरी कदम है। चुप्पी तोड़े वरना अब मजबूरी में एक ही रास्ता बचेगा कि हम उन्नाव कूच करें। उन्होंने कहा कि भीम आर्मी व आजाद समाज पार्टी की टीम कानपुर, जहां पीड़ित बेटी भर्ती है, वहां पहुंच चुकी है। सरकार जान ले उन्नाव में हम, हाथरस नही दोहराने देंगे। उन्नाव केस की एकमात्र गवाह बच्ची का बेहतर इलाज व उसकी सुरक्षा सबसे जरूरी है। बच्ची को तत्काल एयर एंबुलेंस से दिल्ली लाया जाए। उत्तरप्रदेश सरकार का अपराधियों को संरक्षण व अपराधियों के मामले में सरकार की कार्यशैली को देश हाथरस कांड में देख चुका है। दूसरी ओर गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी लोगों से मेरी अपील है कि जब तक उन्नाव की दुर्घटना की पीड़ित बहनों के आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक उनकी लाश को स्वीकार न करें, न्याय के लिए दबाव बनाएं। एक बहन की अच्छे अस्पताल में चिकित्सा की जाए।

सम्बंधित खबरें
- Advertisment -spot_imgspot_img

सम्बंधित खबरें