Tuesday, January 21, 2025
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उत्तराखंड ग्लेशियर घटना में यूपी के लापता लोगों की तलाश को हेल्पलाइन नंबर जारी

लखनऊः उत्तराखण्ड के जनपद चमोली में ग्लेशियर टूटने से रविवार को आई आपदा में अभी भी सैकड़ों लोग लापता हैं। इनमें उत्तर प्रदेश के निवासी भी हैं। इनके लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। ऐसे में योगी सरकार इन लोगों की तलाश व राहत को लेकर उत्तराखण्ड सरकार से समन्वय बनाये हुए है। इसके साथ ही लापता व्यक्तियों के परिजनों के लिए हेल्पलाइन व व्हाट्सएप नम्बर जारी किया गया है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार संकट की इस घड़ी में उत्तराखण्ड सरकार के साथ खड़ी है। उत्तराखण्ड सरकार को आवश्यकता पड़ने पर सभी आवश्यक मदद दी जाएगी।

प्रदेश सरकार की ओर से बताया गया कि उत्तराखण्ड के जनपद चमोली में रविवार को आई आपदा में उत्तर प्रदेश के व्यक्तियों के खोज-बचाव व राहत के सम्बन्ध में राहत आयुक्त द्वारा निरन्तर उत्तराखण्ड सरकार के साथ समन्वय किया जा रहा है। आपदा में उत्तर प्रदेशवासियों की खोज-बचाव व उनके परिवारों से समन्वय के लिए राज्यस्तरीय इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर हर समय क्रियाशील है। लापता व्यक्तियों के परिजन राहत हेल्पलाइन 1070 व व्हाट्सएप नम्बर 9454441036 पर विवरण दर्ज करा सकते हैं। उत्तर प्रदेश के कई मजदूर उत्तराखण्ड में काम करने गए थे। इन लखीमपुर खीरी के ही 33 लोगों के लापता होने की बात कही जा रही है। बताया गया है कि जनपद की ग्राम सभा भेडोरी के मजरा बाबूपुरवा, तिकुनिया थाना क्षेत्र के कड़िया तिकुनिया, सिंगाही थाना क्षेत्र के इच्छानगर, तारनकोठी, मांझा, भैरमपुर के कई मजदूर तपोवन के पावर प्रोजेक्ट में मजदूरी का काम करने गए थे। जिनकी कोई खबर परिजन को नहीं मिल पा रही है। दो कामगारों इच्छानगर निवासी शेर बहादुर पुत्र खुशराम और अजय के शव मिलने की बात कही जा रही है। जिला प्रशासन ने लापता हुए मजदूरों के परिजनों से मुलाकात कर उनकी सूची एकत्र की, जिसे शासन में भेजी गया है। शासन के माध्यम से उत्तराखंड सरकार से वार्ता कर जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है।

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इसी तरह मेरठ शहर के कई युवक भी हादसे के बाद लापता बताये जा रहे हैं। परिजनों का उनसे कोई सम्पर्क नहीं हो पा रहा है, जिससे परिवार में बेचैनी बढ़ रही है। जानकारी के मुताबिक ये लोग टावर लगाने का कार्य करते हैं। परिजनों के मुताबिक जोशीमठ से जारी किये गये हेल्पलाइन नम्बर से कोई विशेष जानकारी नहीं मिल पाई है। 1070 पर शिकायत दर्ज कराई है। उल्लेखनीय है कि रविवार को ग्लेशियर टूटने के कारण ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट और तपोवन-विष्णुगाड़ जल विद्युत परियोजना ध्वस्त हो गई थी। तपोवन-विष्णुगाड प्रोजेक्ट की दूसरी सुरंग में कई व्यक्ति फंसे हैं। टनल में मलबा भरे होने के कारण उनके रेस्क्यू में दिक्कत आ रही हैं, ऋषिगंगा नदी और धौलीगंगा नदी के उफान में इन दोनों प्रोजेक्टों में काम करने वाले कई श्रमिक व स्थानीय लोग लापता है, जिनकी तलाश में रेस्क्यू टीमें जुटी हैं।

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