चित्रकूट। साधु-संतों पर आये दिन हो रहे जानलेवा हमलों के विरोध में सोमवार को विरक्त संत मण्डल चित्रकूट धाम के सचिव एवं कामदगिरि प्रमुख द्वार के संत मदन गोपाल दास महाराज के नेतृत्व में साधु-संतों ने कलेक्ट्रेट पहुंच कीर्तन करते हुए धरना दिया। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे संत मदन गोपाल दास महाराज ने कहा कि पिछले कुछ समय से धर्मस्थली में संतो के ऊपर होने वाले अपराधों में बाढ़ आ गई है। साधु-संतों पर हमले बंद न हुए तो चित्रकूट के संत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष धरना -प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।
वहीं विरक्त संत मंडल का ज्ञापन लेने पहुंचे डीएम शेषमणि पांडेय ने संतो की सुरक्षा का भरोसा दिलाते हुए कहा कि साधु -संतों पर हमला किसी कीमत पर बर्दास्त नहीं किया जायेगा। हमलावरों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जायेगी। मदन गोपाल दास महाराज ने कहा कि चित्रकूट के प्राचीन बालाजी मंदिर के महंत अर्जुनदास की हत्या, देवांगना आश्रम के तपोनिष्ठ संत प्रेमदासजी महराज पर हमला कर आश्रम में लूटपाट की गई। इसके अलावा निर्मोही अखाड़ा में अवैध तरीके से महंत ओकारदास को हटाकर नए महंत को बनाया जाना। उन्होंने कहा कि साधु-संतों के साथ इस तरह की घटनाएं आम हो गई हैं।
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ज्ञापन के माध्यम से विरक्त संत मंडल ने जानलेवा हमले से भयभीत देवांगना के हनुमानगढ़ी पम्पापुर आश्रम के साधनारत संत प्रेमदास महाराज की सुरक्षा का इंतजाम किये जाने आदि की मांग की है। उन्होंने जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि तीन दिनों के अंदर संतों के हमलावरों की गिरफ्तारी न हुई तो चित्रकूट के संत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष धरना -प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे। वहीं जिलाधिकारी शेषमणि पांडेय ने धरना स्थल पर पहुँच कर संतों का ज्ञापन लेने के साथ साथ उनकी समस्याएं सुनी। साथ ही साधु -संतों पर हमला करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई किये जाने का भरोसा दिलाया।