गाजियाबाद: जनपद के 54 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ ही सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स पर सोमवार को एकीकृत निक्षय दिवस का आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. भवतोष शंखधर ने मंगलवार को बताया कि एकीकृत निक्षय दिवस के मौके पर पूरे जिले में कुल 904 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इनमें से 636 लोगों में टीबी से मिलते-जुलते लक्षण मिले।
मौके पर 524 संभावित रोगियों के स्पुटम (बलगम) के नमूने लिए गए। इसके अलावा 19 लोगों की एक्स-रे के जरिए टीबी जांच की गई। मंगलवार दोपहर बाद तक आई रिपोर्ट के मुताबिक कुल 20 संभावित रोगियों में क्षय रोगियों की पुष्टि हुई है। इनमें से 18 रोगियों का उपचार शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा एचआईवी और मधुमेह की भी जांच निक्षय दिवस पर की गई। जांच में कुल नौ लोगों को मधुमेह की पुष्टि हुई, इनमें से आठ केवल लोनी के हैं।
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जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ. डीएम सक्सेना ने बताया कि एकीकृत निक्षय दिवस पर हुई स्पुटम जांच से जिले में कुल 15 क्षय रोगी खोजे गए हैं जबकि 19 संभावित रोगियों की एक्स-रे जांच में पांच में टीबी की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट आने के बाद मंगलवार शाम को सीएमओ कार्यालय में सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधर की अध्यक्षता में निक्षय दिवस की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान सीएमओ ने निर्देश दिए हैं कि निक्षय दिवस के संबंध में जागरूकता कार्यक्रमों की संख्या बढ़ाई जाए ताकि अधिक से अधिक लोग इस आयोजन का लाभ उठा सकें और उन्हें घर के नजदीकी ही क्षय रोग जांच का अवसर मिल सके।
सीएमओ ने कहा कि निक्षय दिवस के आयोजन का उद्देश्य अधिक से अधिक क्षय रोगी खोजना है ताकि उनका जल्दी उपचार शुरू कर संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। बता दें कि निक्षय दिवस का आयोजन दिसंबर 2022 से शुरू किया गया है। 15 दिसंबर को आयोजित पहले निक्षय दिवस के दौरान जिले में कुल 30 क्षय रोगी खोजे गए थे। समीक्षा बैठक में डीटीओ डा. डीएम सक्सेना, डिप्टी डीटीओ डा. अनिल यादव, एसएमओ (डीआरटीबी सेंटर) डा. आनंद मोहन चौबे समेत राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
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