पटनाः बिहार के मोतिहारी शहर स्थित मीना बाजार में 150 वर्ष पुराने मंदिर में 501 कलश स्थापित कर माता दुर्गा की आराधना की जा रही है। जो पूरे जिले में कौतुहल और चर्चा का विषय बना हुआ है। दूर दराज ग्रामीण क्षेत्रों से लोग यहां पहुंचकर कलश पूजा और माता भगवती की आराधना को देख रहे हैं। बता दें कि शहर के अति पुराने इस मंदिर का निर्माण मीना बाजार के व्यवसायियों ने कराया था। जहां पुजारी के रूप में रहकर एक दानी बाबा भगवान की पूजा अर्चना करते थे। इस मंदिर में लगभग 45 देवी-देवताओं की मूर्ति स्थापित है। इस मंदिर में लगभग 30 वर्षों से कलश स्थापना की परंपरा चल रही है।
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पूजा व्यवस्था देख रहे आराधना सम्राट संजय रमण ने बताया कि मंदिर निर्माण के समय मंदिर की व्यवस्था उतना सुदृढ नहीं था।ऐसे मे मोतिहारी के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मलकौनिया गांव निवासी केदारनाथ सिंह ने मंदिर के जीर्णोद्धार का संकल्प लिया तथा यहां के व्यवसायियों के सहयोग से इस मंदिर का जीर्णोद्धार कराया गया। इस समय मंदिर परिसर में लगभग 45 देवी-देवताओं की मूर्ति प्रतिष्ठित है। मंदिर में माता वैष्णो देवी का दरबार एवं नवदुर्गा की अलग-अलग प्रतिमा है।
30 सालों से चली आ रही परंपरा
मंदिर में चैत नवरात्र और शारदीय नवरात्र पूजा में कलश स्थापित करने की शुरुआत 30 वर्ष पहले महज एक कलश स्थापित कर शुरू की गई। इसके बाद कलश स्थापना की परंपरा लगातार बनी रही। साथ हीं धीरे-धीरे कलश की संख्या भी बढ़ती चली गई। पहले एक से बढ़कर कलश की संख्या पांच पर पहुंची। पांच के बाद 11 कलश की स्थापना की गई। इसके बाद यह सफर 11- 21- 51- 101- 151- 201- 251- 301- 351 से आज 501 कलश तक पहुंच गई है।इस मंदिर की व्यवस्था में केदारनाथ सिंह, आराधना सम्राट संजय कुमार रमण, प्रकाश सिंह, समीर कुमार पिंटू, पं. प्रमोद कु0 मिश्रा सहित कई लोगो ने बताया कि इस मंदिर से जुडने से हम सब के जीवन मे सुख समृद्धि आया है।इस मंदिर में हर माह के प्रथम मंगलवार को वर्षों से हनुमान आराधना होता है। जो वर्षो से अनवरत जारी है।
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