लखनऊः उत्तर प्रदेश में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन लंबे समय से जेलों में बंद, बीमार और रिहाई की शर्त पूरी कर चुके पांच सौ कैदियों को रिहा किया जाएगा। इनमें महिलाओं को वरियता दी जाएगी। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इसके लिए डीजी जेल को निर्देश दिया था।
राज्यपाल के निर्देश पर जिला जेलों के कैदियों की सूची डीजी जेल आनंद कुमार ने शासन को भेज दिया है। उसके बाद इसे राजभवन राज्यपाल के पास भेजा जाएगा। लखनऊ की आदर्श जेल, नारी बन्दी निकेतन के अलावा वाराणसी, बरेली, आगरा, फतेहगढ़ और नैनी सेंट्रल जेल के साथ ही जिला जेल के कैदी रिहाई के पात्र होंगे।
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दरअसल राज्यपाल आनंदीबेन पटेल लखनऊ में 21 नवंबर को अपने जन्मदिन पर लखनऊ के नारी बंदी निकेतन की महिलाओं के बीच पहुंचीं थीं। वहां वह बुजुर्ग महिलाओं की हालत देखकर भावुक हो गयीं थीं। इसके बाद राज्यपाल ने डीजी जेल आनंद कुमार और डीएम अभिषेक प्रकाश को निर्देश दिए थे कि महिला कैदियों के बारे में ब्यौरा भेजा जाए। प्रदेश सरकार की रिहाई की स्थायी नीति के तहत उन्ही कैदियों को पात्र माना जाएगा जो 16 वर्ष की वास्तविक सजा काट चुके हैं और उनका व्यवहार भी उत्तम हो। जेलों से करीब 800 कैदियों के केस आए थे। इनमें रिहाई के लिए सभी मानक पूरे करने वाले 500 कैदी पाए गए।