कर्मयोगी योजना में लविवि के 50 विद्यार्थियों का चयन, पढ़ाई के साथ मिलेगा काम

47

लखनऊः लखनऊ विश्वविद्यालय ने इन-हाउस पेड इंटर्नशिप कार्यक्रम कर्मयोगी के दूसरे चरण के परिणामों की घोषणा की है। इसके लिए 245 विद्यार्थी ने आवेदन किया था और स्क्रीनिंग के बाद 50 विद्यार्थियों का चयन किया गया है। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि पिछले साल कर्मयोगी योजना शुरू की गई थी और पहले चरण में चयनित छात्रों को इसका लाभ मिल चुका है और उन्हें 15 हजार रुपये की राशि के साथ कार्य अनुभव प्रमाण पत्र दिया जा चुका है। इस योजना के अंतर्गत 50 दिनों के लिए प्रति दिन दो घंटे की सीमा के साथ 150 रुपये प्रतिघंटा की दर से 15 हजार रुपये तक की धनराशि अर्जित कर सकते हैं।

आयोजित एक कार्यक्रम में कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने चयनित छात्रों को बधाई दी और कहा कि कर्मयोगी योजना से युवाओं को सर्वश्रेष्ठ बनने में मदद मिलेगी। इस योजना से चयनित छात्र-छात्राओं को न केवल पेशेवर कौशल में उत्कृष्टता हासिल होगी, अपितु वित्तीय स्वतंत्रता हासिल करने से उनका मनोबल भी बढ़ेगा। कर्मयोगी छात्र-छात्राओं के समग्र विकास के लिए कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय के नेतृत्व में शुरू किए गए इन-हाउस इंटर्नशिप कार्यक्रमों में से एक है। जिससे छात्र विश्वविद्यालय परिसर में ही सीखने के साथ अंशकालिक काम करके कमा सकें व श्रम के महत्व को समझें।

ये भी पढ़ें..CBSE में पढ़ाया जाएगा किसान धर्मवीर के जीवन का मुकाम

प्राप्त आवेदनों की जांच के लिए एक समिति गठित की तथा पारदर्शिता बनाए रखने के लिए समिति में विशेष रूप से एक छात्र प्रतिनिधि को भी नियुक्त किया। समिति ने प्राप्त सभी 245 आवेदनों की जांच की और परिणाम अब विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। अतिरिक्त डीन छात्र कल्याण डॉ.अलका मिश्रा, प्रो. संगीता साहु और प्रो. अमृतांशु शुक्ला ने सभी चयनित छात्रों को कर्मयोगी योजना के तहत ओरिएंटेशन दिया और उन्हें अपने संबंधित कार्यस्थल में काम के विषय में जानकारी दी। चयनित छात्र-छात्राओं ने छात्रहित में शुरू की गई इस योजना के लिए कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय को धन्यवाद दिया। छात्र-छात्राओं शीघ्र ही अपने सम्बंधित विभागों में कार्य आरम्भ करेंगे।

अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक औरट्विटरपर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…