रायपुर: खरीफ सीजन शुरू होते ही रासायनिक खादों (chemical fertilizer) के उठाव में तेजी आयी है। किसानों को अब तक 4.98 लाख मीट्रिक टन से अधिक रासायनिक खाद (chemical fertilizer) का वितरण किया जा चुका है। यह आंकड़ा बीते खरीफ सीजन में 20 जून तक वितरित 2.32 लाख मीट्रिक टन उर्वरक की तुलना में 2.66 लाख अधिक है। डबल लॉक, सहकारी समितियों में आज की स्थिति में 2.03 लाख मीट्रिक टन तथा निजी क्षेत्र में 2.11 लाख मीट्रिक टन खाद आज की स्थिति में वितरण हेतु उपलब्ध है। राज्य में चालू खरीफ सीजन में 13.70 लाख मीट्रिक टन रासायनिक उर्वरक के के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 9.13 लाख मीट्रिक टन खाद भण्डारित है, जो कि लक्ष्य का 67 प्रतिशत है। सहकारी समितियों एवं निजी क्षेत्रों के माध्यम से किसानों को अब तक 4.98 लाख मीट्रिक टन खाद का वितरण किया गया है, जो कि भण्डारण की मात्रा का मात्र 55 फीसद है।
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कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, आज की स्थिति में 4.15 लाख मीट्रिक टन खाद वितरण हेतु उपलब्ध है, जिसमें मार्कफेड एवं सहकारी समिति के पास 2.03 लाख तथा निजी क्षेत्र में 2.11 लाख मीट्रिक टन रासायनिक उर्वरक भण्डारित है। खरीफ सीजन 2021 में राज्य में 20 जून की अवधि में किसानों द्वारा मात्र 2.32 लाख मीट्रिक टन खाद का उठाव किया गया था, जबकि इस साल 20 जून तक 4.98 लाख मीट्रिक टन खाद का उठाव किसान कर चुके है।
अपर संचालक कृषि ए.सी. पदम ने बताया कि आज की स्थिति में दो लाख 16 हजार 247 मीटरिक टन यूरिया, 46 हजार 587 मीटरिक टन डीएपी, 33 हजार 854 मीट्रिक टन एनपीके, 25 हजार 759 मीट्रिक टन पोटाश, 92 हजार 687 मीट्रिक टन सुपर फॉस्फेट भण्डारित है। उन्होंने बताया कि राज्य में रासायनिक उर्वरकों (chemical fertilizer) की आपूर्ति के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है। चालू खरीफ सीजन के लिए भारत सरकार द्वारा 13 लाख 70 हजार मीट्रिक टन उर्वरक की आपूर्ति की स्वीकृति दी गई है, जिसके विरूद्ध आज पर्यन्त तक मात्र 5 लाख 88 हजार 73 मीटरिक टन रासायनिक उर्वरक की आपूर्ति की गई है। इसमें यूरिया 3 लाख 19 हजार 562 मीट्रिक टन, डीएपी एक लाख 47 हजार 956 मीट्रिक टन, एनपीके 29 हजार 885 मीट्रिक टन, पोटाश 32 हजार 677 मीट्रिक टन, सुपर फॉस्फेट 57 हजार 993 सुपर फॉस्फेट शामिल है।
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