गिरिडीहः झारखंड के गिरिडीह और हजारीबाग जिले के 33 मजदूरों ने साउथ अफ्रीका के माली से वतन वापसी की गुहार लगाई हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से सभी मजदूरों ने भारत सरकार व झारखंड की हेमंत सरकार के नाम त्राहिमाम संदेश भेजा है। बताया जा रहा है कि मजदूरों को कंपनी की ओर से पिछले तीन महीने का वेतन नहीं मिलने से दाने-दाने के लिए मोहताज हैं। प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले सिकन्दर अली ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब दलालों के चक्कर में पड़ कर गरीब तबक़े के लोग विदेशों में फंस जाते हैं। ऐसे में सरकार को इस पर ठोस कदम उठाने की जरूरत हैं।
ये भी पढ़ें..विक्की कौशल के साथ इंदौर में क्वालिटी टाइम बिता रहीं कटरीना कैफ, शेयर की सेल्फी
ये मजदूर फंसे
जो मजदूर माली में फंसे हैं उनमें हजारीबाग जिले केरूपलाल महतो (उच्चाघाना), सुकर महतो, संदीप कुमार महतो (उच्चाघाना), तिलक महतो (उच्चाघाना), नंदलाल महतो (उच्चाघाना), नलालमणी महतो, इंद्र देव ठाकुर (उच्चाघाना), सुरेश महतो (उच्चाघाना), सुनील महतो, जीवाधन महतो (महतोइया), छेदीलाल महतो (मडमो), अरविंद महतो(मडमो), मोहन महतो (मडमो), त्रिलोकी महतो, टिकेश्वर महतो (बंदखारो), हेमलाल, भेखलाल महतो (नेरकी), मनोज महतो, सुकर महतो (गोरहर) हैं। इनके अलावा गिरिडीह जिले के नंदलाल महतो, टिकेश्वर महतो, शंकर महतो, दिलीप चाद महतो, कुंजलाल महतो, संतोष महतो, गॊपाल महतो, हुलाश महतो, लोकनाथ महतो, भोला महतो, सहदेव महतो, होरील महतो हैं।
लालच में फंस जाते हैं मजदूर
गौरतलब है कि यह कोई पहला मौका नही है जब दलालों के चक्कर में पड़कर गरीब तबक़े के लोग विदेशों में फंस जाते हैं। पूर्व में भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं। इस मामले में भी ब्रोकर इन मजदूरों को ज्यादा पैसे कमाने का लालच देकर साउथ अफ्रीका के माली पहुँचा दिया। लेकिन जब वहाँ काफी कम मेहनताने पर काम कराया जाने लगा तो मजदूर ठगे से महसूस कर रहे हैं और वापसी की गुहार लगा रहें हैं।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)