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रिफाइन के नाम पर चौक सर्राफा बाजार से 300 किलो चांदी ठगने वाला गिरफ्तार

लखनऊ: रिफाइन करने के नाम पर चौक सर्राफा बाजार से करीब 300 किलो चांदी और एक किलो सोना लेकर फरार ठग को पुलिस ने पकड़ लिया है। उसके पास से 116 किलो से ज्यादा चांदी (कीमत करीब 75 लाख रूपये) और 425 ग्राम सोना (कीमत करीब 25 लाख रूपये) बरामद हुआ है। पकड़े गए ठग अमित अग्रवाल (Amit agarwal) के खिलाफ पांच मुकदमे आईपीसी की धारा 406, 409 व 420 में लिखे गए हैं। इसकी जानकारी खुद लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर (DK Thakur) ने दी।

तीन कुंतल से ज्यादा चांदी लेकर हुआ था फरार -

लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर (DK Thakur) ने बताया कि 315-171 बाग महानारायण चौक निवासी अमित अग्रवाल गुरुवार को पुलिस के शिकंजे में फंस गया। बकौल सीपी चौक सर्राफा के पांच व्यापारियों से कच्ची चांदी लेकर रिफाइन करने के नाम पर लेकर अमित अग्रवाल भाग गया था। इसके साथ ही आलोक गुप्ता सर्राफा व्यवसायी से सोना लेकर जेवर बनाने का झांसा देकर गया था। उसकी निशानदेही पर 10 पैकेट में रखी चांदी (silver) की सिल्लियां बरामद की गईं, जिनका वजन करीब 116 किलो और कीमत 75 लाख रुपये है। इसके अलावा उसके पास से 425 ग्राम सोना (gold) और एक लाख रूपये कैश व दो कार बरामद की गईं। सोने की कीमत करीब 25 लाख रुपये है। पुलिस टीम ठगी के शिकार हुए अन्य व्यापारियों का भी ब्यौरा जुटा रही है।

ट्रेवल्स की कार से ले गया चांदी -

डीसीपी पश्चिम डॉ एस चिन्नपा ने बताया कि अमित अग्रवाल की तलाश के लिए पुलिस टीम ने उसके नौकर और चालक से कड़ी पूछताछ की थी। जिसमें सामने आया कि अमित अपने साथ परिवार और घरेलू नौकर वैभव सिंह व चालक अयाज के साथ सबसे पहले खजुराहो गया। जहां से झांसी आकर दिल्ली की खाक छानने के बाद गुडगांव पहंुचा। गुड़गांव में अमित ने अपने नौकर व ड्राइवर के नाम पर चार सिम जारी कराए और उन्हीं नम्बरों से अमित अपने लोगों के संपर्क में था। कार से ही चांदी साथ अमित सबको लेकर झांसी आ गया। उसने अपनी दोनों कारें स्विफ्ट डिजायर (यूपी 32 केई 5956) और किआ (यूपी 32 एमडी 7098) झांसी रेलवे स्टेशन पर खड़ी कर दी। वहां से ट्रेवल्स की दो गाड़ियां बुक करके दोबारा गुड़गांव चला आया। वहीं पर अमित ने अपने एक परिचित को दतिया मध्य प्रदेश से बुलाकर सोने-चांदी के कई पैकेट दिये थे। नौकर और ड्राइवर ने बताया कि उन दोनों की बातचीत के दौरान ही हमें इसका अंदाजा लगा कि हमारे मालिक अमित अग्रवाल ने चौक सर्राफा (chawk) में कोई ठगी की है। बकौल पुलिस अमित के नौकर व ड्राइवर ने वहीं अपने मालिक का साथ छोड़ दिया और वापस लखनऊ आ गये।

दोनों गाड़ियां पुलिस के कब्जे में -

झांसी रेलवे स्टेशन पर खड़ी अभियुक्त की दोनाें गाड़ियों को चौक से पुलिस टीम भेजकर कब्जे में ले लिया गया है। इसके अलावा अमित अग्रवाल के द्वारा अपने मातहतों के नाम पर लिए गए नम्बरों को इलेक्ट्रानिक सर्विलांस के माध्यम से चेक किया गया। अभियुक्त की लोकेशन 27 जुलाई को झांसी में मिली। जहां वरिष्ठ उपनिरीक्षक चैक के नेतृत्व में एक टीम भेजकर गिरफ्तार किया गया।

व्यापार में घाटा होने पर अपनाया ठगी का रास्ता -

अमित अग्रवाल ने बताया कि वह व्यापारियों का चांदी रिफाइन करने के लिए लेता था और तय रेट के हिसाब से कच्ची चांदी के बदले रिफाइन चांदी दे देता था। व्यापार में सही समय पर सही निर्णय न लेने की वजह से उसे इस काम में घाटा होने लगा। अमित ने बताया कि इससे पहले भी कई बार जेवर लेकर लोगों के भागने की घटनाओं को देखते हुए उसने भी ठगी की योजना बनाई, लेकिन पकड़ा गया।

व्यापारियों ने किया डीके ठाकुर व पुलिस कर्मियाें को सम्मानित -

अभियुक्त अमित अग्रवाल की गिरफ्तारी व अभियुक्त के कब्जे से 116.650 ग्राम चांदी व 425 ग्राम सोना (कीमत करीब 01 करोड़) रुपये की बरामदगी को लेकर थाना चौक पर सर्राफा व्यापारियों द्वारा पुलिस अधिकारियों को सम्मानित किया गया।

सर्राफा व्यापारियों ने पुलिस कमिश्नर लखनऊ डीके ठाकुर, पुलिस उपायुक्त पश्चिमी एस चिनप्पा, अपर पुलिस उपायुक्त पश्चिमी चिरंजीव नाथ सिन्हा, सहायक पुलिस आयुक्त चैक आईपी सिंह को पुष्प गुच्छ प्रदान कर व शॉल पहनाकर सम्मानित किया गया व पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ द्वारा घटना के किये गए खुलासे के सम्बंध में प्रशंसा कर घटना के खुलासे में शामिल पुलिस कर्मियों की हौसला अफजाई की गई।

  • पवन सिंह चौहान की रिपोर्ट