मुंबई: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने आज दावा किया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ गए 40 विधायकों में से 28 विधायक अन्य दलों में अपनी जमीन तलाश रहे हैं। जो अगले कुछ समय में ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का साथ छोड़कर किसी भी दल में शामिल हो सकते हैं। संजय राउत ने राज्य सरकार पर मुख्य मुद्दों से आम जनता का ध्यान भटकाने के लिए दंगा करवाने का भी आरोप लगाया है।
संजय राउत ने शुक्रवार को पत्रकारों के साथ बातचीत में दावा किया कि सीएम एकनाथ शिंदे के पास सिर्फ 40 विधायक हैं। उनके पास वोट नहीं हैं। राज्य में जब कभी भी चुनाव होगा तो सीएम शिंदे को खिसक रही राजनीतिक जमीन कम नजर आएगी। यह बात उनके साथ गए विधायक समझ रहे हैं। इनमें से 28 विधायकों ने हमसे भी संपर्क किया और वापसी की बात की लेकिन इन सभी को हम किसी भी कीमत पर अपनी पार्टी में नहीं लेंगे। इनके सामने सिर्फ भारतीय जनता पार्टी में जाने का रास्ता बचा हुआ है।
संजय राउत ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ही नहीं, केंद्र सरकार भी हर मुद्दों पर विफल रही है। राज्य और देश की जनता बेरोजगारी, महंगाई से बेजार हो चुकी है। इन महत्वपूर्ण मुद्दों और अडानी ग्रुप के मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए राज्य में दंगे कराने की कोशिश की जा रही हैं। छत्रपति संभाजी नगर में सरकार की नाक के नीचे दंगा हो रहा है। जब संभाजीनगर का नाम बदला गया, तब कोई दंगा नहीं हुआ था। कुछ लोगों ने विरोध किया लेकिन यह सब विरोध लोकतांत्रिक तरीके से किया गया था। राज्य के लोगों के सामने शिक्षा, महंगाई, स्वास्थ्य और कोरोना महामारी की पुनरावृत्ति की आशंका जैसे सवाल हैं। दंगों से इन समस्याओं का समाधान नहीं होगा।
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संजय राउत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जब पथराव होता था तो बीजेपी ने कहा था कि वहां युवाओं के लिए रोजगार नहीं है। उनके हाथ कोई काम नहीं है। उस समय बीजेपी के लोग कहते थे कि उन्हें पत्थर फेंकने के पैसे मिलते हैं लेकिन अब वही पैटर्न महाराष्ट्र में लागू किया गया। सांसद संजय राउत ने आरोप लगाया कि शिंदे-फडणवीस सरकार कुछ लोगों को दंगा करने के लिए उकसा रही है।
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