प्रदेश छत्तीसगढ़ क्राइम

मां की बीमारी का इलाज कराने के नाम ठगे 28 लाख रुपये व 30 तोला सोना

chhatisgar police

कोरबा: कोरबा जिले में मानिकपुर चौकी से ठगी का मामला सामने आया है। जिसमें एक दंपत्ति ने अपने परिचितों को मां की बीमारी का इलाज कराने के नाम से एक-दो लाख नहीं बल्कि 28 लाख रुपए से अधिक नकदी व 30 तोला सोना लिया। इनकी वापसी करने की बजाय गबन कर लिया। पुलिस ने रेलवे में लोको पायलट दिलीप मधुकर व पत्नी संतोषी मधुकर को गिरफ्तार कर जेल दाखिल करा दिया है। इनके विरुद्ध अमानत में खयानत, धोखाधड़ी के जुर्म में धारा 406, 420, 34 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।

मानिकपुर पुलिस चौकी प्रभारी एसआई अशोक पांडेय ने बताया कि पूर्व माध्यमिक शाला रिसदी में प्रधान पाठक फेंकूराम टंडन, उम्र 55 वर्ष निवासी पोड़ीबहार से संतोषी मधुकर और उसका पति रेलवे में ड्राइवर दिलीप मधुकर निवासी एम 695 ओमपुर कालोनी रजगामार ने एक राय होकर अपनी मां का इलाज कराने के नाम पर जून से दिसंबर 2020 के मध्य से 4 किश्तों में 6 लाख रुपये नकद लिया। पड़ोसी सीमा कोसले से 2 लाख रुपये नगद व 10 तोला सोना, सीमा के जीजा से 1 लाख रुपये नगद, राधेश्याम खरसन से 5 लाख रुपये नगद इन्होंने लिया और वापस नहीं लौटाया।

इसी तरह पोड़ीबहार की ही निवासी श्रीमती मीना देवी बंजारे पति स्व. खेमनाथ बंजारे 48 वर्ष जो कि स्वसहायता समूह से जुड़ी हुई है और पूर्व में पोड़ीबहार में रह रहे मधुकर दंपत्ति से छोटे-मोटे लेन-देन के कारण विश्वास कर बैठी थी, उसने भी लाखों रुपये गंवाए हैं। चूंकि दिलीप मधुकर रेलवे ड्राइवर है इसलिए रुपये वापसी का पूरा भरोसा पत्नी संतोषी ने दिया था। प्रार्थी मीना देवी के मुताबिक उससे अलग-अलग किस्तों में 5 लाख रुपये, 20 तोला सोना व 500 ग्राम चांदी, उसके पुत्र रावेन्द्र बंजारे से 8 लाख रुपये व कांति कोसले से डेढ़ लाख रुपये, कुल रकम 14 लाख 50 हजार रुपये एवं 20 तोला सोना तथा 500 ग्राम चांदी लेकर नहीं लौटाया गया।

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इन दोनों शिकायतों को गंभीरता से लेकर एसआई अशोक पांडेय ने अधिकारियों के मार्गदर्शन व कोतवाली टीआई दुर्गेश शर्मा के नेतृत्व में मातहतों के सहयोग से कार्रवाई कर जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम तुलसी नवागढ़ से संतोषी और ओमपुर से दिलीप को गिरफ्तार किया। आवश्यक अभी वैधानिक कार्यवाही उपरांत इन्हें जेल दाखिल करा दिया गया। आरोपितों ने बताया कि लोगों से इकट्ठा सोना को मणप्पुरम गोल्ड में गिरवी रख दिया तथा नगद राशि को अपने एक अन्य साथी को फिल्म बनाने के लिए देना बताया है।