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Gujarat Election 2022: रोमांचक होगा मुकाबला, पाटीदार आंदोलन के नेता भी लड़ेंगे चुनाव

सूरतः गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए अब मात्र दो महीने बाकी हैं। समय से पहले ही चुनावी विगुल बज चुका है। गुजरात विधानसभा चुनाव इस बार रोमांचक होने वाला है। कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी बीजेपी के लिए प्रतिद्वंदी पार्टी के तौर पर सामने रही है, वहीं पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के नेता दिनेश बंभानिया ने भी चुनाव लडऩे का ऐलान कर दिया। गुजरात में करीब डेढ़ दशक के बाद इस बार चुनाव को लेकर एक अलग ही माहौल बन रहा है।

पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) के नेता दिनेश बंभानिया ने रविवार को कहा कि उनके कम से कम 23 नेता गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। एक ट्वीट में उन्होंने कहा, "2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव में पाटीदारों के 23 नेता चुनाव लड़ेंगे, संख्या बढ़ सकती है, अब चुनाव और दिलचस्प होने वाले हैं।" कुछ दिन पहले बंभानिया ने हार्दिक पटेल को संबोधित एक पत्र में उनसे 'पास' प्लेटफॉर्म पर लौटने और लोगों के मुद्दों के लिए लड़ने का अनुरोध किया था।

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बंभानिया ने पत्र में कहा था, "यदि कोई समुदाय का नेता किसी भी राजनीतिक दल में शामिल होता है, तो व्यक्ति किसी भी मुद्दे को उठाने और लड़ने की शक्ति खो देता है और उसे पार्टी लाइन का पालन करना पड़ता है।" बंभानिया ने कहा, "पास समुदायों के साथ, विभिन्न धार्मिक संगठन समुदाय के उम्मीदवार के रूप में नामित होने के लिए प्रत्येक उम्मीदवार की पृष्ठभूमि की जांच करेंगे। कोई किसी भी राजनीतिक दल से चुनाव लड़ सकता है, लेकिन अगर किसी ने समुदाय के खिलाफ काम किया है, तो पाटीदार समुदाय द्वारा उनकी कभी भी सिफारिश नहीं की जाएगी।"

"पास एक राजनीतिक दल के रूप में पंजीकृत नहीं है, इसलिए कोई भी उस पार्टी से चुनाव लड़ सकता है, जिसे वे चुनते हैं या एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भी, लेकिन पाटीदार समुदाय के लंबित मुद्दों और विकास के लिए काम करना पड़ता है।" दिनेश बंभानिया की घोषणा से हैरान पीएएएस (पास) महिला विंग की अध्यक्ष और कांग्रेस महासचिव गीता पटेल ने कहा, "मैं इस तरह के फैसले से अनजान हूं, मैं कांग्रेस पार्टी के साथ हूं लेकिन पाटीदार के हितों की सेवा करती रहूंगी।" पास के एक अन्य पूर्व संयोजक और अब भाजपा नेता वरुण पटेल भी विधानसभा चुनाव लड़ने के पास के फैसले से अनजान हैं। उन्होंने कहा, "मैं भाजपा और पाटीदारों का सिपाही हूं, मैं पार्टी से जुड़ा रहूंगा, पार्टी के आदेशों का पालन करूंगा और समाज की सेवा करूंगा।"

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