कांकेर: जिले में सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने वाले 19 ग्राम पंचायत सचिवों को जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुमीत अग्रवाल ने शुक्रवार को आदेश जारी कर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबित किए गए सभी ग्राम पंचायत सचिव कांकेर, अंतागढ़, दुर्गुकोंडल, कोयलीबेडा, भानुप्रतापपुर ब्लॉक के हैं। संबंधित सचिवों को निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत कांकेर अंतर्गत ग्राम पंचायत मुरागांव के सचिव शिवराम दर्रो, ईरादाह के सचिव महेश मंडावी, कुरिष्टीकुर के सचिव डॉ. प्रसाद प्रधान को निलंबित किया गया है। इसी प्रकार जनपद पंचायत अंतागढ़ के ग्राम पंचायत अर्रा के सचिव पन्नालाल नेताम, हिन्दूबिनापाल के सचिव नरेश कुमार दुग्गा, बड़ेपिंजोड़ी के सचिव जागेश्वर बघेल, टिमनार के सचिव धरमूराम बघेल, गोड़बिनापाल के सचिव तुलाराम मरकाम को निलंबित किया गया है।
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वहीं, मासबरस के सचिव पीताम्बर नाग, कानागांव के सचिव राजेन्द्र साहू, हिमोड़ा के सचिव बृजलाल कावड़े और दुर्गूकोंदल जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत गोड़पाल के सचिव दल्लूराम मंडावी, बरहेली के सचिव प्रेमसिंह नाग, कोदापाखा के सचिव कृपाराम बघेल, पचांगी के सचिव रमेश कुमार हिडक़ो को भी निलंबित किया गया है। इसके साथ ही ओटेकसा के सचिव सहदेव नरेटी, गुदूम के सचिव जगदेव पांडे, सिवनी के सचिव प्रेमलता हुर्रा और जनपद पंचायत कोयलीबेड़ा के ग्राम पंचायत चांदीपुर के सचिव दीपक सरकार को निलंबित किया गया है।
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