मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर (Rahul Narwekar) ने गुरुवार को कहा कि वह विधायकों की अयोग्यता पर नियमों के मुताबिक फैसला लेंगे। शिवसेना शिंदे गुट के 16 विधायकों ने छह हजार पन्नों का लिखित जवाब दाखिल किया है। इसकी जांच के बाद सभी विधायकों से आमने-सामने बात की जाएगी।
एकनाथ शिंदे ने शिवसेना से अलग होकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ गठबंधन कर राज्य में सत्ता स्थापित की और मुख्यमंत्री बने। इसके बाद शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) गुट ने मुख्यमंत्री समेत 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए स्पीकर के समक्ष याचिका दायर की है। मामले की सुनवाई विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर (Rahul Narwekar) के समक्ष हो रही है।
उद्धव ठाकरे गुट ने राहुल नार्वेकर (Rahul Narwekar) पर मामले की सुनवाई में देरी करने का आरोप लगाया है। राहुल नार्वेकर ने पत्रकारों से कहा कि स्पीकर का पद निष्पक्ष है और वह विधायकों की अयोग्यता पर नियमों के मुताबिक फैसला लेंगे, इसलिए इस मामले में किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए। इस मामले की सुनवाई प्रक्रिया के आधार पर चल रही है और कोई भी फैसला कानून के मुताबिक ही लिया जाएगा।
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पूर्व सांसद भाऊसाहेब वाकचोरे शिवसेना में शामिल (UBT)
शिरडी संसदीय क्षेत्र से पूर्व सांसद भाऊसाहेब वाकचौरे बुधवार को एक बार फिर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी में शामिल हो गए। इससे कांग्रेस पार्टी को करारा झटका लगा है। वाकचोरे की वापसी से शिरडी में उद्धव ठाकरे की शिवसेना की ताकत बढ़ने की उम्मीद है। 2009 में भाऊसाहेब वाकचोरे शिरडी लोकसभा सीट पर रामदास अठावले को हराकर शिवसेना के टिकट पर सांसद बने। 2014 में अपनी उम्मीदवारी की घोषणा के बावजूद कांग्रेस में शामिल हो गए। इसके बाद उन्हें लगातार दो बार लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद आज भाऊसाहेब वाकचौरे फिर से उद्धव ठाकरे की पार्टी शिव सेना में शामिल हो गए।
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