शिमला: कृषि व पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में इस समय हर वर्ष औसतन 1400 से 1500 मीट्रिक टन भेड़ ऊन का उत्पादन हो रहा है। भरमौर के विधायक डॉ. जनक राज द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के लिखित उत्तर में चंद्र कुमार ने कहा कि प्रदेश में वर्ष 2018-19 में 1460.335 मीट्रिक टन भेड़ ऊन का उत्पादन हुआ। इसी तरह 2019-20 में यह लगभग 1516.44 मीट्रिक टन था। 2020-21 में 1482.24 मीट्रिक टन और 2021-22 में 1232.85 मीट्रिक टन उत्पादन हुआ।
उन्होंने कहा कि वूल फेडरेशन की कुल ऊन भंडारण क्षमता 170 मीट्रिक टन है। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश वूल फेडरेशन आवश्यकता के अनुसार किराए की सुविधाओं में ऊन का भंडारण करता है। चंद्र कुमार ने कहा कि ऊन भंडारण क्षमता बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने 19 नवंबर, 2022 को केंद्रीय ऊन विकास बोर्ड, जोधपुर को प्रस्ताव भेजा है। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने पर राज्य की ऊन भंडारण क्षमता में अतिरिक्त 50 मीट्रिक टन की वृद्धि होगी।
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चंद्र कुमार ने कहा कि पुलिस मुख्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में चरवाहों की भेड़ बकरियां चोरी होने और अन्य अपराधों के कुल 24 मामले दर्ज किए गए हैं। ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए सभी जिला पुलिस प्रमुखों को पीएचक्यू द्वारा समय-समय पर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जाते हैं। इसके अलावा अप्रैल 2021 में पीएचक्यू की ओर से स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर भी जारी किया गया था।
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