धमतरीः छत्तीसगढ़ के धमतरी में 125 साल पूर्व ब्रिटिश काल में रेलवे द्वारा बनाए गए कुएं के पानी का उपयोग आज भी नगरी ब्लॉक के नगरवासी कर रहे हैं। यहां दो कुएं नगर के बीचो-बीच नगरी सांकरा मार्ग पर स्थित है। लगभग 125 साल पहले 1896 में रायपुर से धमतरी, व्हाया होते नगरी तक छोटी ट्रेन के लिए पटरी बिछाई गई थी। काफी सालों तक इस ट्रेन के जरिए स्लीपर की सप्लाई होती थी।
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उन दिनों में रेल इंजनों के लिए पानी का प्रबंध करने रेलवे द्वारा कुओं का निर्माण किया गया था, उनमें से दो कुओं का आज भी उपयोग निस्तारी के लिए किया जा रहा है। उनमे एक कुएं के अंदर जीर्णोद्धार के दौरान ब्रिटिशकालीन रेल पटरी को लगाया गया है, जिसे अब भी देखा जा सकता है। आज नगरवासी रेल सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। आश्चर्य की बात है कि 125 साल पहले जब नगरी बीहड़ जंगल क्षेत्र हुआ करता था तब नगरी रेल पटरियों के सहारे देश के अन्य हिस्सों से जुड़ा हुआ था। मालूम हो अंग्रेजी शासन काल में नगरी से बड़ी तादाद में वनोपज व इमारती लकड़ियों को देश के अन्य हिस्सों में ट्रेन के माध्यम से आसानी से ले जाया जाता था।
समय के साथ परिवहन के अन्य साधन उपलब्ध होने के बाद धीरे-धीरे अंग्रेजी शासन काल में बने रेल इंजनों का भी उपयोग कम होने लगा। आज भी धमतरी व नगरी क्षेत्र में पुरानी रेल लाईन के अवशेष आसानी से देखे जा सकते हैं। बुजुर्गां के जेहन में आज भी ब्रिटिश काल में बनी ट्रेन की यादें ताजा है।
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