कोरबाः छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला से 40 किलोमीटर दूर गांव सोलवा पंचायत के छुईढोढा के समीप शनिवार को उस वक्त लोगों का हाथ पैर फूल गया,जब लोग अपने घरों के पास महुआ बिनने के साथ अपनी बाड़ी में काम कर रहे थे। तभी विशाल शरीर किंग कोबरा (King Cobra) फन फैलाकर बैठ गया। जिसे देख सभी अपना काम छोड़कर भाग गए और इसकी सूचना पूरे गांव में फैल गई।।जिसको देखने के लिए लोग इकट्ठा होने लगें। इसकी जानकारी गांव वालों ने वन विभाग को दिया।
11 फिट लंबे किंग कोबरा को देख उड़े होश
खबर मिलते ही वन अमला मौके स्थल पर पहुंच कर पहले तो भीड़ को हटाया। फिर वन विभाग के रेस्क्यू टीम जितेन्द्र सारथी को इसकी जानकारी दी गई। जिसके फौरन बाद जितेन्द्र सारथी ने कोरबा डीएफओ अरविंद पी एम को इसकी जानकारी दी। फिर रेस्क्यू टीम मौके स्थल के लिए रवाना हुई और आखिरकार 11 फीट किंग कोबरा को वन विभाग के उच्च अधिकारियों के मजूदगी में रेस्क्यू किया गया और गांव से दूर इसके प्राकृतिक आवास में छोड़ा गया।
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बता दें कि किंग कोबरा (King Cobra) दुनियां का सबसे लम्बा विषधर सर्प है। जिसे हिंदी में नागराज के नाम से जाना जाता हैं। इसे स्थानीय भाषा में पहाड़ चिट्टी के नाम से भी जाना जाता है। इसकी लंबाई 5.6 मीटर तक होती है। सांपों की यह प्रजाति व्यापक रूप से दक्षिण पूर्व एशिया और भारत के कुछ हिस्सों में पाई जाती है। एशिया के सांपों में यह सर्वाधिक खतरनाक सापों में से एक है। इसकी लंबाई 20 से 21 फीट तक हो सकती है तथा यह भारत के दक्षिण क्षेत्रों में बहुतायात में पाया जाता है।
वहीं यह छत्तीसगढ़ राज्य के कोरबा में अच्छी संख्या में फल फूल रहें जो इस बात को दर्शाता हैं कि छत्तीसगढ़ कोरबा जिले का जंगल जैव विविधता के लिए बहुत ही अच्छा हैं। जिसे बचाने की बहुत जरूरत है। कुछ ही वर्षों में कोरबा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में किंग कोबरा की उपस्थिति दर्ज की गई है, जो जिले के साथ-साथ राज्य के लिए भी बड़े गर्व की बात है। हाल ही में वन विभाग की ओर से किंग कोबरा का सर्वे किया गया था, जिसमें पता चला कि किंग कोबरा लंबे समय से यहां हैं।
कोरबा के जंगल उनके लिए बहुत ही अनुकूल वातावरण प्रदान करते हैं। इस पुरे रेस्क्यू ऑपरेशन में उप वनमण्डलाधिकारी ईश्वर कुजूर, वन परिक्षेत्र अधिकारी पसरखेत श्रीमति तोषीवर्मा, परिक्षेत्र सहायक केशव सिदार, परिसर रक्षक सोल्वा राम नरेश यादव, वन विभाग रेस्क्यू टीम जितेन्द्र सारथी, देवा आशीष राय एवम बड़ी संख्या में गांव के लोग मौजूद रहें।
कोरबा डीएफओ अरविंद पीएम ने लोगों से अपील की है कि कोरबा के जंगल जैव विविधता से भरे हुए हैं, जिसे बचाना हम सभी का कर्तव्य है। साथ ही वन विभाग लोगों से अपील करता है कि वन्य जीवों के संरक्षण व बचाव के लिए विभाग को सूचना दें। ताकि उन्हें बचाकर सुरक्षित जंगल में छोड़ा जा सके। जितेंद्र सारथी ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए हम हर पल समर्पित हैं। रेस्क्यू कॉल आते ही मौके स्थल पर पहुंच कर वन्य जीव को रेस्क्यू के पश्चात पुनः जंगल में छोड़ देते हैं ताकि पारिस्थितिकी तंत्र बना रहें।
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