अलवरः अलवर रेलवे स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी के टैंकर पर चढ़कर पटरी पार करना नर्सिंगकर्मी को भारी पड़ गया। मालगाड़ी के ऊपर से गुजर रही हाईवोल्टेज लाइन की चपेट में युवक आ गया। देखते ही देखते युवक धमाकों के साथ आग का गोला बन गया। युवक की जलने से मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। यह हादसा अपने पीछे काफी सवाल छोड़ गया आखिर इस घटना का जिम्मेदार कौन है।
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मृतक मनीष बीकानेर के राजकीय पीबीएम अस्पताल में द्वितीय श्रेणी मेल नर्स के पद पर तैनात था। रविवार को उसकी शादी की सालगिरह थी। इसलिए वह छुट्टी लेकर गोविंदगढ़ अपने घर आ रहा था। घर जल्दी पहुंचने के चक्कर में वह मालगाड़ी के ऊपर चढ़कर पटरी क्रॉस कर रहा था। तभी यह भयानक हादसा हो गया। वही मनीष के भाई सोनू ने बताया कि मनीष की शादी दो साल पहले ही हुई थी। करीब 9 माह के बेटे का 28 जनवरी को कुआं पूजन होना है।
अलवर रेलवे स्टेशन पर कोरोना वायरस महामारी के चलते ट्रेनों का आवागमन बंद होने के कारण फुटओवर ब्रिज को बंद कर दिया गया तब से लेकर आज तक यह ओवरब्रिज बंद है। जिस कारण यहां आने वाले यात्री व अन्य लोग पटरी पार कर पैदल निकलते हैं। ऐसे में रेलवे की भारी लापरवाही सामने आई है। दिनभर लोग पटरी पैदल ही पार करते है जिस कारण हमेशा हादसे की आशंका बनी रहती है। लोगों का मानना है कि अगर फुटओवर ब्रिज खुला होता तो शायद यह हादसा नहीं होता।