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Himachal Pradesh weather update: इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

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Himachal Pradesh weather update, शिमला : हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में बरिश हो रही है। इस हफ्ते भारी बारिश से राहत मिलने की कोई उम्मीद भी नहीं है। एक अगस्त तक कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग ने दी है। प्रदेश के आठ जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इनमें शिमला, सोलन, बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना, कांगड़ा, सिरमौर और मंडी जिले शामिल हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने भारी बारिश की संभावना को देखते हुए हिमाचल प्रदेश के लोगों के साथ-साथ यहां आने वाले पर्यटकों को भी सतर्क रहने की सलाह दी है। लोगों को भूस्खलन संभावित क्षेत्रों और नदी-नालों के पास न जाने की हिदायत दी गई है।

पिछले कुछ दिनों मौसम में अजीब हलचल

बारिश के कारण भूस्खलन और चट्टानें गिरने की आशंका है। बीती रात कांगड़ा जिले के मुख्यालय धर्मशाला में सबसे ज्यादा 53 मिमी बारिश हुई। शिमला और सुंदरनगर में 50-50 मिमी, बिजाही और गोहर में 40-40 मिमी, भराड़ी में 30 मिमी, जुब्बल और नैना देवी में 20-20 मिमी, बैजनाथ, कसौली, डलहौजी, मनाली, पच्छाद, बरठीं और देहरा गोपीपुर में 10-10 मिमी बारिश दर्ज की गई। शिमला में पिछले कुछ दिनों से मौसम अजीबोगरीब बना हुआ है। रात में तेज बारिश हुई, जबकि दिन में कभी धूप निकली तो कभी घना कोहरा छाया रहा। मौसम विभाग के अनुसार शिमला समेत पूरे प्रदेश में सामान्य मानसूनी बारिश से 40 फीसदी कम बारिश हुई।

एक माह में 87 मकान, चार दुकानें और 73 पशुशालाएं क्षतिग्रस्त

मानसून की बारिश सामान्य से कम होने के बावजूद बारिश से होने वाली दुर्घटनाओं के कारण प्रदेश में जान-माल का भारी नुकसान हो रहा है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार प्रदेश में 27 जून को मानसून ने दस्तक दी थी। इस प्रकार पिछले एक माह में भारी बारिश के कारण 87 कच्चे और पक्के मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इनमें से 14 घर पूरी तरह से नष्ट हो गए, जबकि 73 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए। इसके अलावा चार दुकानें और 73 पशुशालाएं भी ढह गईं। एक माह में प्रदेश में बारिश जनित घटनाओं में 51 लोगों की जान चली गई।

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इनमें से 18 लोगों की मौत ऊंचाई से गिरने और 15 लोगों की मौत पानी के तेज बहाव में डूबने से हुई। आठ लोगों की मौत सांप के काटने और सात की करंट लगने से हुई। मानसून सीजन में विभिन्न सड़क हादसों में 56 लोगों की मौत हुई। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार मानसून सीजन की एक माह की अवधि में प्रदेश में 390 करोड़ का नुकसान आंका गया है। इसमें लोक निर्माण विभाग को 157 करोड़ का नुकसान हुआ है।

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