मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा (Mathura) जिले में बुधवार को यम द्वितीया पर्व पर यम की फांस से मुक्ति पाने के लिए यमुना में स्नान करने के लिए भाई-बहनों की इतनी भीड़ उमड़ी कि यमुना का विश्राम स्थल लघु कुंभ जैसा नजर आने लगा। विश्राम घाट पर भाई-बहनों ने एक-दूसरे का हाथ पकड़कर यमुना में डुबकी लगाई। इसके बाद यहां बने भाई-बहन मंदिर के दर्शन किए। बहनों ने भाई की लंबी उम्र की कामना की। भाई ने बहनों को उपहार दिये। सुबह होते ही विश्राम घाट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुट गये। नगर निगम के अधिकारी माइक से गहरे पानी में नहीं नहाने की सलाह देते दिखे।
भाइयों की लंबी उम्र की कामना
मंगलवार शाम से ही बहनें और भाई एक साथ यमुना के घाटों पर डुबकी लगाते नजर आए। रात भर यह सिलसिला जारी रहने के बाद बुधवार सुबह से ही यमुना घाटों पर स्नान करने वालों का तांता लग गया। मथुरा के विश्राम घाट, बंगाली घाट, यमुना पार आदि घाटों के अलावा वृन्दावन के केशीघाट, गोकुल के ठकुरानी घाट, मुरलीधर घाट और ब्रह्माण्ड घाट आदि घाटों पर सुबह से ही यमुना स्नान करने वालों की भीड़ जुटने लगी। यम के जाल से बचने के लिए भाई-बहन ने एक साथ यमुना में डुबकी लगाई। इस दौरान भाई-बहनों का जज्बा देखने लायक था।
बहनें जहां भाइयों की लंबी उम्र और सलामती की दुआ कर रही थीं, वहीं भाई भी उन्हें हमेशा खुश रहने का आशीर्वाद दे रहे थे। यमुना स्नानार्थियों की सुविधा के लिए नगर निगम की ओर से महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम, शौचालय आदि की व्यवस्था की गई और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए यमुना में बैरिकेडिंग और ड्रोन कैमरे से निगरानी भी की गई। पुलिस की ओर से यमुना में स्टीमर चलाए गए, जिन पर गोताखोरों के साथ पुलिसकर्मी तैनात रहे। लोगों ने मोटर वोट का भी आनंद लिया। यहां मेले जैसा माहौल था। एक तरह से कुम्भ दिखाई दे रहा था। यह क्रम दोपहर तक जारी रहा।
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सिटी मजिस्ट्रेट ने शहर की सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था की कमान संभाली। इस दौरान जिलाधिकारी, एसएसपी, नगर आयुक्त, सिटी मजिस्ट्रेट, एसपी सिटी मार्तंड प्रकाश सिंह, सीओ सिटी अभिषेक तिवारी देर रात से ही विश्राम घाट पर कैंप किये रहे और यम द्वितीया का स्नान सकुशल संपन्न कराकर राहत की सांस ली। समाज सेवी संस्थाओं ने भी खोया पाया शिविर आयोजित कर बिछड़ों को मिलाया।
क्या है धार्मिक मान्यता
धार्मिक मान्यता है कि भाई दूज के दिन बहन यमुना के विशेष अनुरोध पर यमराज विश्रामघाट पर मिलने आए थे। यमुनाजी ने अपने भाई यमराज का बड़े धूमधाम से स्वागत किया। भाई यमराज ने अपनी बहन से वरदान मांगने को कहा। यमुनाजी ने कहा कि वह तीनों लोकों के रक्षक की रानी हैं। यहां किसी भी चीज़ की कोई कमी नहीं है। मुझे आपसे क्या पूछना चाहिए? वह कहता है कि बहन, मैंने तुमसे झूठ बोला है, यह बोझ मेरे ऊपर है।
माता यमुना ने कहा, भाई, यदि तुम्हें कुछ देना ही है तो यह वरदान दो कि जो भी मुझमें स्नान करेगा, वह यमलोक न जाकर सीधे स्वर्ग जाएगा। यमराज भैया ने कहा कि इस तरह तो उनका संसार सूना हो जाएगा, लेकिन भाई दूज के दिन जो भी भाई या बहन विश्राम घाट पर स्नान करके मंदिर के दर्शन करेगा, वह स्वर्ग चला जाएगा। यम की फांस से मुक्ति पाने के लिए देश-दुनिया से भाई-बहन यम द्वितीया पर स्नान करने के लिए यहां आते हैं।
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