नई दिल्लीः मां दुर्गा की आराधना से भक्त के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। हर माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को दुर्गाष्टमी मनायी जाती है। इस समय गुप्त नवरात्रि भी चल रही है और आज गुप्त नवरात्रि की अष्टमी है। इसलिए आज के दिन का महत्व और भी ज्यादा बढ़ गया है। गुप्त नवरात्रि में माता भगवती के नौ स्वरूपों की आराधना की जाती है। हिंदू मान्यता है कि हर माह की अष्टमी तिथि पर मां दुर्गा की आराधना और पूजन से मां दुर्गा बेहद प्रसन्न होती हैं और अपने भक्त की सदैव रक्षा करती हैं। साथ ही उसके कष्टों को भी दूर करती हैं।
दुर्गा अष्टमी का मुहूर्त
अष्टमी तिथि 8 फरवरी मंगलवार को प्रातः 6.15 मिनट से प्रारंभ हो रहा है और 9 फरवरी बुधवार को प्रातः 8.30 मिनट पर समाप्त होगी।
ये भी पढ़ें..Assembly Elections: यूपी में रोमांचक होगा मुकाबला, पंजाब में ये पार्टी बना रही सरकार !
दुर्गाष्टमी की पूजा-विधि
दुर्गाष्टमी के दिन भक्त को प्रातःकाल घर और मंदिर की सफाई के बाद नित्य कार्यो से निवृत्त हो स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। इसके बाद घर की मंदिर में एक चौकी पर लाल रंग का वस्त्र बिछायें। उसके मां दुर्गा की मूर्ति या तस्वीर को गंगा जल से स्नान कर स्वच्छ वस्त्र से पोंछकर चौकी पर स्थापित करें। इसके बाद माता रानी को लाल चुनरी और श्रृंगार का सामान चढ़ायें। इसके बाद मां दुर्गा को धूप, दीप, फल, मिष्ठान, तिलक, लाल पुष्प से विधिपूर्वक पूजा करें। पूजन के दौरान मां दुर्गा का स्मरण करते हुए दुर्गा चालीसा का पाठ करें और आरती भी जरूर करें।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)