Womens Reservation Bill: गणेश चतुर्थी के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने लोकसभा में नारी शक्ति वंदन कानून के नाम से महिला आरक्षण बिल पेश किया। जिससे महिलाओं में खुशी का माहौल है। भगवान श्रीराम की तपोस्थली चित्रकूट की महिलाओं का कहना है कि मोदी सरकार के इस कानून के लागू होते ही देश की आधी आबादी को सत्ता में मजबूत भागीदारी मिलेगी। साथ ही नारी शक्ति के विकास का एक नया अध्याय रचा जाएगा।
वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता दिव्या त्रिपाठी और विश्व हिंदू महासंघ की प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति करवरिया ने नारी शक्ति वंदन कानून को देश की आधी आबादी की समृद्धि का प्रतीक बताते हुए कहा कि वर्षों से महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए महिला आरक्षण की मांग की जा रही है। शक्ति। पिछली कोई भी सरकार इस बिल को कानून में तब्दील नहीं कर पाई। जब से केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनी है। हम सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की नीति पर चल रहे हैं। आज सरकार समाज के सभी जाति, धर्म और संप्रदाय के कल्याण के लिए काम कर रही है।
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मोदी सरकार के इस कानून के पारित होने के बाद देश की आधी आबादी की किस्मत खुल जाएगी। सत्ता में महिलाओं की अधिक भागीदारी से नारी शक्ति के विकास का द्वार खुलेगा। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति वंदन विधेयक देश को सशक्त और समृद्ध बनाएगा। सामाजिक कार्यकर्ता सीमा निगम और गीता तिवारी ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। आज भारत विश्वगुरु बनकर उभरा है। पीएम मोदी ने वैश्विक स्तर पर भारत को गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ महिला नेतृत्व विकास की बात करती है।
महिला आरक्षण बिल लोकसभा चुनाव में साबित होगा मास्टर स्ट्रोक
नारी शक्ति वंदन विधेयक पारित होने से महिलाएं सशक्त होंगी। महिलाएं आगे बढ़कर नेतृत्व करेंगी और देश के विकास में भागीदार बनेंगी। महिलाएं निर्वाचित प्रतिनिधि के रूप में सदन में पहुंचेंगी और देशहित में बनने वाले फैसलों और कानूनों पर चर्चा में योगदान देंगी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का यह फैसला 2024 के लोकसभा चुनाव में मास्टर स्ट्रोक साबित होगा। कहा कि इस विधेयक के कानून बन जाने पर पूरा राजनीतिक परिदृश्य बदल जायेगा। सदन में 33 फीसदी महिलाएं होंगी। ये बहुत बढ़िया फैसला है। देश पिछले 27 साल से इस बिल का इंतजार कर रहा है। अब एक नई उम्मीद जगी है कि जल्द से जल्द यह कानून देश की महिलाओं के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
मोदी सरकार के इस दांव उलझा कांग्रेस
दूसरी ओर, मोदी सरकार ने अपने इस (Womens Reservation Bill) कदम से विपक्ष को इस कदर उलझा दिया है कि कांग्रेस जैसी उसकी कट्टर विरोधी पार्टी भी इस बिल को अपना बता रही है और क्रेडिट वॉर में कूद पड़ी है। कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए सोनिया गांधी से लेकर राहुल गांधी तक महिला आरक्षण से जुड़ा बिल लाने के लिए सरकार को पत्र लिखते रहे हैं। संसद के विशेष सत्र के पहले दिन सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी महिला आरक्षण बिल लाने की मांग की थी।
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