Wholesale inflation, नई दिल्ली: महंगाई के मोर्चे पर आम लोगों के लिए राहत की खबर है। रोजमर्रा की जरूरी वस्तुओं, खाद्य पदार्थों और सब्जियों के सस्ते होने से थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित थोक महंगाई दर अगस्त महीने में घटकर 1.31 फीसदी पर आ गई है। यह इसका चार महीने का निचला स्तर है।
पिछले महीने के आंकड़े
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने मंगलवार को जारी आंकड़ों में बताया कि सब्जियों और खाद्य पदार्थों के सस्ते होने से अगस्त महीने में थोक महंगाई दर घटकर 1.31 फीसदी पर आ गई है। पिछले महीने जुलाई में थोक महंगाई दर घटकर 2.04 फीसदी पर आ गई थी। अप्रैल में थोक महंगाई दर 1.26 फीसदी थी। वहीं, पिछले साल अगस्त 2023 में यह दर -0.46 फीसदी थी। थोक महंगाई में लगातार दूसरे महीने गिरावट आई है।
आलू और प्याज की महंगाई दर में बढ़ोत्तरी
आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त में खाद्य पदार्थों की महंगाई 3.11 फीसदी रही, जबकि जुलाई में यह 3.45 फीसदी थी। अगस्त में सब्जियों की कीमतों में 10.01 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि जुलाई में यह 8.93 फीसदी थी। हालांकि, आलू और प्याज की महंगाई दर अगस्त में क्रमश: 77.96 फीसदी और 65.75 फीसदी के उच्चतम स्तर पर रही। हालांकि, ईंधन और बिजली श्रेणी में मुद्रास्फीति जुलाई के 1.72 फीसदी की तुलना में अगस्त में घटकर 0.67 फीसदी रह गई।
यह भी पढ़ेंः-पीएम मोदी के जन्मदिन के मौके पर 23 हजार परिवारों को मिली खुशियों की चाबी
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह एनएसओ द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार सब्जियों की बढ़ती कीमतों के कारण अगस्त में खुदरा महंगाई दर 3.65 फीसदी रही, जबकि जुलाई में यह 3.54 फीसदी थी। हालांकि, मौद्रिक नीति तैयार करते समय भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मुख्य रूप से खुदरा महंगाई दर 2-4 फीसदी के दायरे में रहने की संभावना जताई है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)