‘माफिया कोई भी हो…उन्हें मिट्टी में मिला दिया जाएगा’, उमेश पाल हत्याकांड पर बोले सीएम योगी

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लखनऊः विधानसभा सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड की घटना पर दुख जताया। इस मामले पर सीएम और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के बीच तीखीं नोंकझोक भी हुई। अखिलेश यादव ने जवाब देते हुए कहा कि आप बहुजन समाज पार्टी से मिले हुए हैं। इसलिए बसपा का नाम नहीं ले रहे हैं। साथ ही यह भी कहा कि योगी राज में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। सरेराह हत्या की जा रही है। जिस पर मुख्यमंत्री ने प्रयागराज की घटना पर सख्त लहजे में कहा कि राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति है। माफिया कोई भी हो…सरकार उन्हें मिट्टी में मिलाने का काम करेगी। प्रयागराज की घटना के लिए जो भी दोषी होगा, वह बख्शा नहीं जाएगा।

उन्होंने कहा कि सपा अपराधियों को प्रश्रय देती है। उनका माल्यार्पण करते हैं। जिस अतीक अहमद के खिलाफ पीड़ित परिवार ने मामला दर्ज कराया है। वह समाजवादी पार्टी के द्वारा पोषित माफिया है और उस माफिया को मिट्टी में मिला दिया जाएगा। मुख्यमंत्री के इस बयान पर नेता प्रतिपक्ष के साथ ही सपा सदस्यों ने वेल में आकर हंगामा किया। विधानसभा अध्यक्ष के काफी समझाने के बाद सपा सदस्य वापस लौट गये। इसके बाद फिर मुख्यमंत्री ने अपना भाषण शुरू किया।महाकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’  की इन पंक्तियों से मुख्यमंत्री ने सदन की कार्यवाही आगे बढ़ाई।
चोरों के हैं जो हितू, ठगों के बल हैं,
जिनके प्रताप से पलते पाप सकल हैं,
जो छल-प्रपंच, सब को प्रश्रय देते हैं,
या चाटुकार जन से सेवा लेते हैं।।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 6 वर्षों से यूपी दंगों और सांप्रदायिक हिंसा से मुक्त है। यहां संगठित अपराध की कमर टूट चुकी है। हजारों करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति माफियाओं के अवैध कब्जे से मुक्त हुई है। सीएम योगी ने राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष के हंगामें पर कहा कि उन्हें मातृ शक्ति स्वरूप महिला राज्यपाल का सम्मान करना चाहिए था। लेकिन आधी आबादी के सम्मान की उम्मीद उनसे नहीं हो सकती। जिनके शासनकाल में गेस्ट हाउस की घटना हुई थी। उनकी ओर से ही ‘लड़के हैं, गलती कर देते हैं’ ऐसे बयान आए थे। ये लोग प्रदेश की सुरक्षा की बात करते हैं। शर्म आनी चाहिए उन्हें। विरासत में सत्ता तो मिल सकती है लेकिन बुद्धि नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी का परसेप्शन उन लोगों ने खराब किया था, जिन लोगों ने समाज को जाति, मत और मजहब के नाम पर बांटा था। रामचरितमानस विवाद पर सीएम योगी ने कहा कि जिस प्रकार से कुछ लोगों ने रामचरितमानस को फाड़ने का प्रयास किया अगर ये किसी और धर्म के साथ हुआ होता तो स्थिति का अंदाजा स्वतः ही लगाता जा सकता है। इसका मतलब जिसकी मर्जी आए वो हिंदुओं का अपमान कर लें? आप क्या पूरे समाज को अपमानित करना चाहते हैं?

उन्होंने यूपी को प्रकृति और परमात्मा की अपार कृपा वाला राज्य बताते हुए कहा कि आज यूपी हर मामले में नंबर 1 पर है। उन्होंने कहा कि गन्ना उत्पादन में उत्तर प्रदेश नंबर 1 पर है। उज्ज्वला योजना के कनेक्शन देने में देश में उत्तर प्रदेश नंबर 1 पर है। योजना के तहत प्रदेश में अब तक 1.74 करोड़ परिवारों को फ्री में रसोई गैस का कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा कि संसदीय लोकतंत्र में पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी का सबसे बड़ा माध्यम है जनता का जनादेश और दूसरा देश व दुनिया का विश्वास। ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में जो उत्तर प्रदेश को 33.50 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्राप्त हुए हैं यह पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी का सबसे अच्छा उदाहरण है।

सिर्फ घोटालों के ‘खेल’ में माहिर थी पिछली सरकार

नेता सदन ने विपक्ष के हर हमले का करारा जवाब दिया। उन्होंने नेता विपक्षी दल अखिलेश यादव को उनके खेल पर दिए गए बयान पर उनके समय की याद दिलाते हुए कहा कि इनके समय में बहुत खेल होते थे। लैपटॉप घोटाले का खेल, खाद्यान्न घोटाले का खेल, गोमती रिवर फ्रंट का खेल। कैग की रिपोर्ट अभी आई है। कैग रिपोर्ट में इनके कार्यकाल का 97 हजार करोड़ के घोटाले का उल्लेख किया गया है। भर्ती घोटाले का खेल भी प्रदेश में हुआ है। भर्तियों में जमकर भ्रष्टाचार और प्रतिभा के साथ छल, ये भी खेल होता था और मुजफ्फरनगर के दंगे, मथुरा में रामवृक्ष कांड का खेल, शाहजहांपुर में पत्रकार को जिंदा जलाने का खेल समेत बुंदेलखंड क्राइसिस, भू माफिया के खेल चल रहे थे। यही नहीं आतंकियों पर मुकदमे वापस लेने का भी खेल चल रहा था। ये खेल कहां तक लेकर जाएंगे ये लोग। मुझे ऐसा कुछ नहीं खेलना। मैं एक सामान्य व्यक्ति हूं। हर एक के साथ सद्भावना के साथ पेश आता हूं। सम्मानजनक व्यवहार करता हूं। सबका साथ और सबके विकास की बात करता हूं।

पहली बॉल में कैच आउट, ये है इनका क्रिकेट

मुख्यमंत्री योगी ने नेता प्रतिपक्ष पर चुटीले अंदाज में भी प्रहार किया। उन्होंने कहा कि यहां पर नेता विरोधी दल के मुख से खेल के बारे में एक नई चर्चा भी सुनने को मिली। वह कह रहे थे कि आप अकेले मैच क्यों देख रहे हैं। भाई मैं तो अकेला ही हूं, अकेले ही आया हूं और अकेले ही जाना है। मुझे लगा कि नेता विरोधी दल बड़े खिलाड़ी होंगे तो उनका नाम किसी पुरस्कार के लिए भेज देते हैं। मुझे लगा कि मेरे पूर्ववर्ती सीएम का नाम यदि मेजर ध्यानचंद्र खेल रत्न पुरस्कार में आ जाए तो अच्छी बात होगी। ये कैसे खेलते थे समाचार पत्रों में इसका उदाहरण देखने को मिला। इसमें लिखा था कि सीएम के आते ही बरसे रन…12वें ओवर में सीएम का शॉट सीधे कप्तान आलोक रंजन के हाथ में चिपक गया। ये क्रिकेट खेल रहे हैं, पहली बॉल में कैच आउट हो रहे हैं। लेकिन वहां से कह दिया जाता है कि ये तो नो बॉल है।

इधर के भय से ही सही, काका श्री को सम्मान तो मिला
मुख्यमंत्री योगी ने शिवपाल यादव का जिक्र करते हुए अखिलेश पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने कहा था कि भय बिनु होई न प्रीति…। इधर(भाजपा) के भय से ही सही लेकिन कम से कम काकाश्री (शिवपाल यादव) को सम्मान मिलना शुरू हो गया। मुख्यमंत्री ने शिवपाल यादव की ओर देखते हुए कहा कि मैं जब भी आपको देखता हूं तो मुझे महाभारत का दृश्य याद आता है। आप जैसा अनुभवी व्यक्ति हर बार छला जाता है। बार-बार अपमानित होते हैं।

विपक्ष के आचरण ने सदन की गरिमा को किया तार-तार : योगी
मुख्यमंत्री योगी ने सपा को महिला विरोधी बताते हुए कहा कि जो लोग मातृशक्ति की प्रतीक राज्यपाल का सम्मान नहीं कर सकते, उनसे प्रदेश की आधी आबादी के सम्मान की उम्मीद रखना बेमानी होगा। राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष ने जिस प्रकार का आचरण किया, वह सदन की गरिमा को तार-तार करने वाला था। उन्होंने सपा सरकार के दौरान हुए स्टेट गेस्ट हाउस कांड और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह के ‘बच्चे हैं गलतियां हो जाती हैं’ जैसे बयान की याद दिलाते हुए विपक्ष पर तंज कसे।

ये जिन्ना का महिमामंडन करते हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष बस अवसर तलाशता है कि कैसे एक नया महाभारत रचा जाए। विपक्ष जनता को केवल भरमाने का काम करता। उन्होंने कहा कि वनटांगिया, कोल, सहरिया, धारू, चेरो, बुक्सा इन जातियों के बारे में नेता विरोधी दल को पता ही नहीं होगा। उन्हें बस एक ही जाति के बारे में पता है। इतना ही नहीं जब हम राष्ट्रगौरव की, सरदार पटेल की और राष्ट्रीय एकता की बात करते हैं, तब ये जिन्ना का महिमामंडन करते हैं। इन्हें राष्ट्र को जोड़ने वाले और तोड़ने वालों में कोई अंतर नहीं दिखता है।

लाखों करोड़ का निवेश हमारी पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी पर मुहर
नेता सदन ने कहा कि यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को टीम वर्क का शानदार उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि टीम यूपी ने दुनिया के 16 देशों के 21 शहरों में और देश के नौ शहरों में रोड शो किया। यही कारण है कि यूपी में निवेश की एक भारी राशि आई है। प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर 2014, 2017, 2019 और 2022 में यूपी की जनता ने हमें जनादेश दिया। ये हमारी पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी(राजनीतिक विश्वसनीयता) का सबसे बड़ा उदाहरण है। आज आया 33.52 लाख करोड़ का निवेश हमारी पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी पर मुहर है। मुख्यमंत्री योगी ने श्रीरामचरित मानस पर चल रहे विवाद को लेकर भी सपा को कटघरे में खड़ा किया।

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