Dehradun : भारतीय सेना की आर्टिलरी रेजिमेंट और आर्मी एडवेंचर विंग ने देश की सभी राफ्टेबल नदियों पर व्हाइट वाटर राफ्टिंग अभियानों की श्रृंखला शुरू की है। यह अभियान आर्टिलरी रेजिमेंट की द्विशताब्दी की तैयारी के तौर पर आयोजित किया जा रहा है। आर्टिलरी रेजिमेंट की द्विशताब्दी 28 सितंबर 2026 को मनाई जाएगी।
रुद्रप्रयाग से शुरू होगी यात्रा
श्रृंखला का पहला अभियान 25 मई से 5 जून तक की रोमांचक यात्रा के बाद संपन्न हुआ। मंदाकिनी, अलकनंदा, भागीरथी और गंगा नदियों के चुनौतीपूर्ण प्रवाह को पार करते हुए अभियान ने ऋषिकेश-देवप्रयाग-श्रीनगर-रुद्रप्रयाग अक्ष पर छह चरणों में करीब 300 किलोमीटर की दूरी तय की। लेफ्टिनेंट कर्नल बीएन झा के नेतृत्व में अभियान दल में दो अधिकारी, एक जूनियर कमीशन अधिकारी और 21 अन्य रैंक के लोग शामिल थे। यात्रा रुद्रप्रयाग से शुरू होकर ऋषिकेश के वीरभद्र बैराज पर समाप्त हुई।
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लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव क्या बोले
जनसंपर्क अधिकारी (रक्षा) लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने कहा कि अभियान का प्राथमिक उद्देश्य सेवारत कर्मियों में साहस और प्रेरणा की भावना पैदा करना, उन्हें अपनी सीमाओं से आगे बढ़ने, साहसिक कार्य करने और सौहार्द को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करना था। दल ने चुनौतीपूर्ण रैपिड्स और लुभावने परिदृश्यों को पार करके उत्कृष्टता और टीम वर्क के प्रति भारतीय सेना की अटूट प्रतिबद्धता का भी प्रदर्शन किया। यह उपलब्धि भारतीय सेना की आर्टिलरी रेजिमेंट की दो शताब्दियों की सेवा और समर्पण को दर्शाती है। भारतीय सेना आने वाले वर्षों में उत्कृष्टता की अपनी परंपरा को जारी रखने, नए रोमांच शुरू करने और मजबूत संबंध बनाने के लिए तत्पर है।