भोपालः आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में जहां हर कोई अपनी सेहत को नजरअंदाज करते चल रहा है, वहीं राजधानी भोपाल में कुछ ऐसे भी हैं जो लोगों को नियमित जीवनशैली के साथ स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। ऐसे ही युवा विनोद पांडेय की हैं, जिन्होंने युवाओं को साइकिलिंग के प्रति प्रेरित ही नहीं किया बल्कि शहर को प्रदूषण मुक्त बनाने का सफलतम प्रयास भी किया है। विनोद पांडेय पूर्व एथलीट भी रह चुके हैं। उनका मकसद यही है कि दुनिया में हर व्यक्ति तक अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच हो और लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें।
विनोद पाण्डेय ने बताया कि कोरोना काल में व्यायाम और इम्युनिटी को बेहतर बनाने के लिए एक बार फिर लोगों की रुचि बढ़ी है। उन्होंने लोगों को स्वस्थ रहने के लिए नियमित साइकलिंग करने की सलाह ही दै। उन्होंने बताया कि करीब 30 दिन तक नियमित साइकिल चलाने से शारीरिक रूप से खुद को मजबूत महसूस किया तो साइकिलिंग को दिनचर्या का एक हिस्सा बना लिया।
विनोद बताते हैं कि एक वर्ष में यह प्रयास किया जाएगा कि प्रत्येक परिवार से कम से कम एक सदस्य साइकिलिंग से जुड़े। उन्होंने बताया कि शहर में युवाओं का एक दल ऐसा भी है, जहां पर लोगों ने लॉकडाउन खत्म होते ही नई साइकिल खरीदी अब हर दिन करते 40 से 80 किलोमीटर साइकिलिंग करते हैं।
साइकिल को किया दिनचर्या में शामिल
विनोद पांडेय बताते हैं कि रोज साइकिल चलाना अपनी दिनचर्या में शामिल कर लिया है। वीक में 2 बार ऑफिस साइकिल सें जाते है। लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया पर लोगों को साइकिलिंग के फायदे बताते हुए उन्हें जोड़ा, इनसे जुड़कर अब सप्ताह में कम से कम अल्टेरनेट डेज और संडे 200 किमी तक साइकिलिंग करते हैं।
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